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ऋषिकेश में पैरामोटरिंग से भर सकेंगे उड़ान, उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म को लगेंगे पंख

Paramotoring in Majri Grant ऋषिकेश आने वाले पर्यटक अब लाइट स्पोर्ट एयरक्राफ्ट पावर पैराशूट से उड़ान का लुत्फ उठा सकेंगे. दरअसल, हरिद्वार देहरादून नेशनल हाईवे के माजरी ग्रांट में फ्लाइंग सफारी इंडिया कंपनी को लाइट स्पोर्ट एयरक्राफ्ट पावर पैराशूट यानी पैरामोटरिंग का रजिस्ट्रेशन दे दिया गया है.

Paramotoring in Majri Grant
ऋषिकेश में पैरामोटरिंग से भर सकेंगे उड़ान
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 19, 2023, 9:49 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई जगहों पर साहसिक गतिविधियों को शुरू करने की पहल कर रही है. ताकि, राज्य में पर्यटन का स्तर बढ़े. यह पहल पर्यटन को बढ़ावा देने में भी काफी मदद करेगी. इसी कड़ी में फ्लाइंग सफारी इंडिया को पैरामोटरिंग का रजिस्ट्रेशन दे दिया गया है. फ्लाइंग सफारी इंडिया कंपनी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइट स्पोर्ट एयरक्राफ्ट पावर पैराशूट (पैरामोटरिंग) एक्टिविटी को संचालित कर रही है.

एक बार में एक व्यक्ति करेगा पायलट के साथ फ्लाइंगः फ्लाइंग सफारी इंडिया कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर विनायक गिरी खुद बतौर पायलट बीते 7 सालों से फ्लाइंग कर रहे हैं. उनके पास करीब एक हजार उड़ान घंटों का अनुभव भी है. इस लाइट स्पोर्ट्स एयरक्राफ्ट से एक बार में एक व्यक्ति पायलट के साथ में उड़ान भर सकेगा. जिसका शुल्क 10-12 मिनट का 4400 रुपए प्रति व्यक्ति है. इसके अलावा पर्यटक 10 मिनट से लेकर एक घंटे तक की उड़ान का लुफ्त उठा सकेंगे.

कंपनी ने इस एयरक्राफ्ट को अमेरिका में स्थित कंपनी पावर पैराशूट से लिया है, जो की दुनिया का सबसे सेफ लाइट स्पोर्ट्स एयरक्राफ्ट है. जिसमें पैराशूट एयरक्राफ्ट के साथ जुड़ा होता है. जिससे एयरक्राफ्ट और भी ज्यादा सुरक्षित हो जाता है. इस एक्टिविटी को ग्रीन एरो फील्ड से टेक ऑफ और लैंडिंग की जाती है. इसमे 5 साल से लेकर किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सफारी कर सकता है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के अनदेखे मनमोहक नजारों को निहार सकेंगे सैलानी, भारत की पहली जायरोकॉप्टर सफारी का ट्रायल सफल

बीते एक साल में 500 से ज्यादा सफल उड़ान संचालितः पर्यटन विभाग के अप्रूवल के बाद 28 अप्रैल 2023 को पहली उड़ान भरी गई. वहीं, अभी तक 500 से ज्यादा उड़ान संचालित की जा चुकी है. ऋषिकेश में आने वाले टूरिस्ट को काफी पसंद आ रही है. विनायक गिरी ने बताया कि सेकेंड स्टेज में कंपनी जल्द जायरोकॉप्टर, हॉट एयर बैलूनिंग, पावर हैंड ग्लाइडर, स्काई डाइविंग विद हेलीकॉप्टर और चारधाम यात्रा हेलीकॉप्टर सेवा से शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या पलायन है. जिसे इस तरह की गतिविधि से रोक लगाई जा सकती है.

उन्होंने बताया कि अभी तक उत्तराखंड के करीब 10 युवाओं को रोजगार से जोड़ चुके हैं. जल्द ही सरकार के साथ मिलकर पायलट ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाएंगे. जिसका फायदा प्रदेश के बच्चों को होगा. वहीं, उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक) विंग कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि इस तरह की एडवेंचर एक्टिविटी टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी. वहीं, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने कहा कि जल्द ही ऐरो स्पोर्ट्स एक्टिविटी का संचालन कंपनी की ओर से किया जाएगा.

देहरादूनः उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई जगहों पर साहसिक गतिविधियों को शुरू करने की पहल कर रही है. ताकि, राज्य में पर्यटन का स्तर बढ़े. यह पहल पर्यटन को बढ़ावा देने में भी काफी मदद करेगी. इसी कड़ी में फ्लाइंग सफारी इंडिया को पैरामोटरिंग का रजिस्ट्रेशन दे दिया गया है. फ्लाइंग सफारी इंडिया कंपनी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइट स्पोर्ट एयरक्राफ्ट पावर पैराशूट (पैरामोटरिंग) एक्टिविटी को संचालित कर रही है.

एक बार में एक व्यक्ति करेगा पायलट के साथ फ्लाइंगः फ्लाइंग सफारी इंडिया कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर विनायक गिरी खुद बतौर पायलट बीते 7 सालों से फ्लाइंग कर रहे हैं. उनके पास करीब एक हजार उड़ान घंटों का अनुभव भी है. इस लाइट स्पोर्ट्स एयरक्राफ्ट से एक बार में एक व्यक्ति पायलट के साथ में उड़ान भर सकेगा. जिसका शुल्क 10-12 मिनट का 4400 रुपए प्रति व्यक्ति है. इसके अलावा पर्यटक 10 मिनट से लेकर एक घंटे तक की उड़ान का लुफ्त उठा सकेंगे.

कंपनी ने इस एयरक्राफ्ट को अमेरिका में स्थित कंपनी पावर पैराशूट से लिया है, जो की दुनिया का सबसे सेफ लाइट स्पोर्ट्स एयरक्राफ्ट है. जिसमें पैराशूट एयरक्राफ्ट के साथ जुड़ा होता है. जिससे एयरक्राफ्ट और भी ज्यादा सुरक्षित हो जाता है. इस एक्टिविटी को ग्रीन एरो फील्ड से टेक ऑफ और लैंडिंग की जाती है. इसमे 5 साल से लेकर किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सफारी कर सकता है.
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बीते एक साल में 500 से ज्यादा सफल उड़ान संचालितः पर्यटन विभाग के अप्रूवल के बाद 28 अप्रैल 2023 को पहली उड़ान भरी गई. वहीं, अभी तक 500 से ज्यादा उड़ान संचालित की जा चुकी है. ऋषिकेश में आने वाले टूरिस्ट को काफी पसंद आ रही है. विनायक गिरी ने बताया कि सेकेंड स्टेज में कंपनी जल्द जायरोकॉप्टर, हॉट एयर बैलूनिंग, पावर हैंड ग्लाइडर, स्काई डाइविंग विद हेलीकॉप्टर और चारधाम यात्रा हेलीकॉप्टर सेवा से शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या पलायन है. जिसे इस तरह की गतिविधि से रोक लगाई जा सकती है.

उन्होंने बताया कि अभी तक उत्तराखंड के करीब 10 युवाओं को रोजगार से जोड़ चुके हैं. जल्द ही सरकार के साथ मिलकर पायलट ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाएंगे. जिसका फायदा प्रदेश के बच्चों को होगा. वहीं, उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक) विंग कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि इस तरह की एडवेंचर एक्टिविटी टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी. वहीं, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने कहा कि जल्द ही ऐरो स्पोर्ट्स एक्टिविटी का संचालन कंपनी की ओर से किया जाएगा.

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