देहरादूनः एक ओर विलुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण को लेकर वन महकमा प्रयासरत है तो दूसरी ओर उत्तराखंड के ऊंचे स्थानों पर मिलने वाले हिम तेंदुए पर भी राज्य सरकार ने चिंता जताते हुए इनके संरक्षण पर खास फोकस किया है. हिम तेंदुए के संरक्षण के लिए उत्तरकाशी में कंजर्वेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा. जबकि, उनकी गणना के लिए वन विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, उत्तरकाशी एवं पिथौरागढ़ जिले में हिम तेंदुए ज्यादा मात्रा में देखे गए हैं. अभी तक इनकी गणना नहीं की गई है. विभिन्न शोधों के आधार पर उत्तराखंड में अभी 86 हिम तेंदुए हैं. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बीते कुछ सालों में वन्य जीवों की संख्या में वृद्धि हुई है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य में हिम तेंदुओं की गणना की जाएगी. हिम तेंदुओं के सरंक्षण एवं इनकी संख्या में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. बीते कुछ सालों में जिन क्षेत्रों में हिम तेंदुए देखे गए हैं, ऐसे क्षेत्रों को वन विभाग को स्थानीय लोगों और सैन्य बलों के सहयोग से चिन्हित करने को कहा गया है. साथ ही ग्रिड बनाकर उनकी गणना करने के निर्देश दिए हैं.
ये भी पढ़ेंः कॉर्बेट प्रशासन ने 300 से ज्यादा वन्यजीवों की खाल और अंगों को किया नष्ट
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि हिम तेंदुए और अन्य वन्य जीवों के संरक्षण से राज्य में विंटर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में वन्य जीवों की अनेक प्रजातियां हैं, जो पर्यटकों के आर्कषण का केंद्र बनती हैं. वन्य जीवों की लुप्त हो रही प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में प्रयासों की जरूरत है. आज वन्य जीवों के संरक्षण के लिए लोग भी जागरूक हैं. ऐसे में उत्तराखंड के प्राकृतिक एवं नैसर्गिक सौंदर्य में वन व वन्य जीवों का महत्वपूर्ण योगदान है.