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सूरत अग्निकांड के बाद हरकत में आया प्रशासन, 193 संस्थानों के खिलाफ अग्निशमन विभाग ने जारी किए नोटिस

24 मई को सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए दिल दहला देने वाली दर्दनाक अग्निकांड के बाद देहरादून स्थित कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया था. शहर के कोचिंग संस्थानों के साथ शहर के कॉम्प्लेक्स में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है, जिसमे 193 संस्थानों के खिलाफ अग्निशमन विभाग ने नोटिस जारी किया है.

सूरत अग्निकांड के बाद हरकत में आया प्रशासन.
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Published : Jun 16, 2019, 11:38 AM IST

Updated : Jun 16, 2019, 11:46 AM IST

देहरादून: राजधानी स्थित मुख्यालय ने जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटरों और कॉम्प्लेक्स पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा मुआयना करके फायर सहित अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं का आंकलन कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए. निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया. इस अभियान के तहत अग्नि शमन विभाग ने 193 संस्थानों के खिलाफ नोटिस जारी किया है.

सूरत अग्निकांड के बाद हरकत में आया प्रशासन.

अग्निशमन विभाग की टीम ने शहर में स्थित कोचिंग सेंटरों, कॉम्प्लेक्स और शहर के आसपास इंडस्ट्रियल भवन सहित ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल और 193 अन्य संस्थानों को नोटिस जारी किए हैं. साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा और जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देश भी दिए. शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार हो रखी है और इनमें हजारों की संख्या में छात्र कोचिंग लेने आते हैं, लेकिन उन्हें मालूम नहीं होता कि उनके जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. वहीं, शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर ऐसे पाए गए, जहां पर अग्निशमन ने एनओसी ले रखी है. बाकी के कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चलते पाए गए.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ आपदा: 16 जून 2013 की खौफनाक रात की याद से सिहर उठती है आत्मा, आज भी हरे हैं जख्म

मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि सूरत की घटना के बाद उच्चधिकारियों द्वारा दिये गए निर्देशों पर 25 मई से अब तक 193 प्राइवेट संस्थानों के लिए फायर सेफ्टी मानकों को लेकर नोटिस जारी कर दिए गए है. साथ ही इस तरह के अवैध संस्थानों, कॉम्प्लेक्स ने फायर सेफ्टी के मानकों को पूरा नहीं किया तो ऐसी बिल्डिंगों को सीज करने का काम शुरु किया जाएगा.

देहरादून: राजधानी स्थित मुख्यालय ने जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटरों और कॉम्प्लेक्स पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा मुआयना करके फायर सहित अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं का आंकलन कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए. निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया. इस अभियान के तहत अग्नि शमन विभाग ने 193 संस्थानों के खिलाफ नोटिस जारी किया है.

सूरत अग्निकांड के बाद हरकत में आया प्रशासन.

अग्निशमन विभाग की टीम ने शहर में स्थित कोचिंग सेंटरों, कॉम्प्लेक्स और शहर के आसपास इंडस्ट्रियल भवन सहित ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल और 193 अन्य संस्थानों को नोटिस जारी किए हैं. साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा और जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देश भी दिए. शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार हो रखी है और इनमें हजारों की संख्या में छात्र कोचिंग लेने आते हैं, लेकिन उन्हें मालूम नहीं होता कि उनके जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. वहीं, शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर ऐसे पाए गए, जहां पर अग्निशमन ने एनओसी ले रखी है. बाकी के कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चलते पाए गए.

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मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि सूरत की घटना के बाद उच्चधिकारियों द्वारा दिये गए निर्देशों पर 25 मई से अब तक 193 प्राइवेट संस्थानों के लिए फायर सेफ्टी मानकों को लेकर नोटिस जारी कर दिए गए है. साथ ही इस तरह के अवैध संस्थानों, कॉम्प्लेक्स ने फायर सेफ्टी के मानकों को पूरा नहीं किया तो ऐसी बिल्डिंगों को सीज करने का काम शुरु किया जाएगा.

Intro:summary उत्तराखंड अग्निशमन विभाग ने जारी किए सैकड़ो नोटिस कई कोचिंग संस्थान फायर सुरक्षा की कर रहे अनदेखी 24 मई को गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए दिल दहला देने वाले दर्दनाक अग्निकांड के बाद उत्तराखंड में स्थित कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया था।और शहर के कोचिंग संस्थानों के साथ शहर के कॉम्प्लेक्स में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया।अब तक इस अभियान के दौरान शहर के 193 के खिलाफ नोटिस अग्निशमन विभाग द्वारा जारी किए गए।और वही कई कोचिंग सेंटरों ओर कॉम्प्लेक्स को अग्निशमन को लेकर हिदायत दी गई।हालांकि अग्निशमन विभाग द्वारा सिर्फ नोटिस की ही कार्यवाही की गई।लेकिन किसी भी संस्थान ओर कॉम्प्लेक्स पर किसी भी तरह की सख्त कार्यवाही नही की गई।


Body:मुख्यालय द्वारा जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटर जैसे संस्थानों पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक कर जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए थे।इसके अलावा फायर विभाग से सामंजस्य बनाकर कोचिंग संस्थानों का जमीनी स्तर पर मुआयना कर फायर सहित अन्य सुरक्षा का आकलन का रिपोर्ट करने के निर्देश भी दिए गए थे वही निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था।निर्देश मिलते ही अग्निशमन की टीम ने शहर में स्थित कोचिंग सेंटरों,कॉम्प्लेक्स,ओर शहर के आसपास इंडस्ट्रियल भवन सहित ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल के साथ अग्निशमन व्यवस्थाओं के अभाव में कैरियर लांचर,टाइम कोचिंग,सेंटर बुल्स आई कोचिंग सेंटर,बंसल क्लासेस,अल्फा बीटा गामा कोचिंग सेंटर,विक्रांत अकेडमी,महिंद्रा एजुकेशन प लिमिटेड,वारियर इंस्टीट्यूट,केशव इंस्टीट्यूट और वर्टिकल ट्रेनिंग सेंटर के स्वामी को कुल 193 नोटिस जारी किये गए है।साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा व जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित भी किया गया।ओर वही शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार हो रखी है।और इनमें हज़ारो छात्र और छात्राएं कोचिंग लेने आते है लेकिन उन छात्र छात्राओं को मालूम नही है कि उनके ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है।क्योंकि शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर है जिन्होंने अग्निशमन एनओसी ले रखी है।बाकी कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं।


Conclusion:मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि सूरत की घटना के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा दिये गए निर्देशों पर 25 मई से अब तक 193 प्राइवेट संस्थानों,कॉम्प्लेक्स ओर इंडस्ट्रियल भवन सहित ऋषिकेश में एम्स को फायर सेफ्टी मानकों को लेकर नोटिस जारी किए है।और इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सख्त कार्यवाही के लिए प्राधिकरण को सूचित किया जाएगा।जो इस तरह के अवैध संस्थानों और कॉम्प्लेक्स ने फ़ायर की एनओसी नही ली है।या फिर फ़ायर सेफ्टी के मानकों को पूरा नही करते है तो ऐसी बिल्डिंगों को सीज करने का काम किया जाए।अभियान के दौरान कुछ संस्थान ऐसे थे जिसमें बचाव के लिए किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही है।और सिर्फ एक से दो फ़ायर सिलेंडर मिले वही कई संस्थानों में पानी का टैंक ही नही साथ ही कई मानकों के अनुरूप बिल्डिंग में निकास नही है। बाइट-संदीप राणा(मुख्य अग्निशमन अधिकारी)
Last Updated : Jun 16, 2019, 11:46 AM IST
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