ETV Bharat / state

राज्य वन्यजीव बोर्ड की अहम बैठक आज, बंदर-लंगूरों और तेंदुओं की मौजूदा संख्या के आधार पर बनेगी रणनीति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक होने जा रही है, जिसमें बंदर-लंगूरों और तेंदुओं की मौजूदा संख्या के आंकड़े जारी किए जाएगे, उसी के आधार पर राज्य सरकार रणनीति बनाएगा. क्योंकि तीनों की बढ़ती संख्या के कारण प्रदेश में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं ज्यादा बढ़ रहा है, जिसका खामियाजा दोनों को उठाना पड़ रहा है.

uttarakhand
uttarakhand
author img

By

Published : Aug 4, 2023, 3:10 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक आज होने जा रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक होगी. खास बात यह है कि बोर्ड की बैठक के दौरान आज बंदर, लंगूर और तेंदुए के आंकड़े जारी किए जाएंगे. उधर राज्य वन्यजीवों को लेकर मानव वन्यजीव संघर्ष और वन्यजीवों की सुरक्षा पर भी चिंतन किया जाएगा.

उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में बंदर और लंगूर की समस्या हमेशा से ही बनी हुई है. खास तौर पर किसानों के लिए यह दोनों ही जीव मुसीबत बने हुए हैं. खेती को पूरी तरह से तबाह करने के चलते कई बार किसानों को इनके कारण भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. हालांकि काफी पहले से ही वन विभाग की तरफ से बंदरों और लंगूरओं की संख्या सीमित करने की कोशिश की जा रही है.
पढ़ें- चिंताजनक! उत्तराखंड में बाघ की मौत के बाद खुला राज, पहली बार इस वजह से हुई किसी बाघ की डेथ

वहीं, अब राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में आंकड़े जारी करने के दौरान यह देखा जाएगा की पिछले लंबे समय से चल रही योजनाओं का इनकी संख्या सीमित होने में कितना असर हुआ है. उधर दूसरी तरफ तेंदुओं का आंकड़ा भी जारी किया जाएगा.

दरअसल, राज्य में इस वक्त मानव वन्यजीव संघर्ष के रूप में सबसे ज्यादा चिंता तेंदुए को लेकर ही है और ऐसे में आंकड़े जारी करने के साथ विभिन्न आगामी कार्यक्रमों को भी और बेहतर तरीके से चलाने का काम किया जा सकेगा. राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में विभिन्न योजनाओं पर मुख्यमंत्री को जानकारी दी जाएगी और कुछ नए प्रस्तावों पर भी मुख्यमंत्री से हरी झंडी लेने की कोशिशें की जा सकती है.
पढ़ें- Project TIGER: 'प्रोजेक्ट टाइगर' की हकीकत, देशभर में हर 40 घंटे में एक बाघ की मौत, तेंदुए को लेकर भी चौंकाने वाला आंकड़ा

उधर साल 2021-22 में बंदरों की संख्या जहां राज्य में 110,481 थी तो वही लंगूरों की संख्या 37735 दर्ज की गई थी, जबकि इससे पहले साल 2015 में यह संख्या क्रमशः 146432 और 54804 थी. राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक को लेकर चीफ वाइल्ड लाइफ बोर्ड वार्डन डॉक्टर समीर सिन्हा ने बताया कि बोर्ड की बैठक में आंकड़े जारी करने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा और आपसी संघर्ष को लेकर चिंतन किया जाएगा. साथी इस बैठक में राज्य वन विभाग की तरफ से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को लेकर भी प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री के सामने दिया जाएगा.

देहरादून: उत्तराखंड में राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक आज होने जा रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक होगी. खास बात यह है कि बोर्ड की बैठक के दौरान आज बंदर, लंगूर और तेंदुए के आंकड़े जारी किए जाएंगे. उधर राज्य वन्यजीवों को लेकर मानव वन्यजीव संघर्ष और वन्यजीवों की सुरक्षा पर भी चिंतन किया जाएगा.

उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में बंदर और लंगूर की समस्या हमेशा से ही बनी हुई है. खास तौर पर किसानों के लिए यह दोनों ही जीव मुसीबत बने हुए हैं. खेती को पूरी तरह से तबाह करने के चलते कई बार किसानों को इनके कारण भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. हालांकि काफी पहले से ही वन विभाग की तरफ से बंदरों और लंगूरओं की संख्या सीमित करने की कोशिश की जा रही है.
पढ़ें- चिंताजनक! उत्तराखंड में बाघ की मौत के बाद खुला राज, पहली बार इस वजह से हुई किसी बाघ की डेथ

वहीं, अब राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में आंकड़े जारी करने के दौरान यह देखा जाएगा की पिछले लंबे समय से चल रही योजनाओं का इनकी संख्या सीमित होने में कितना असर हुआ है. उधर दूसरी तरफ तेंदुओं का आंकड़ा भी जारी किया जाएगा.

दरअसल, राज्य में इस वक्त मानव वन्यजीव संघर्ष के रूप में सबसे ज्यादा चिंता तेंदुए को लेकर ही है और ऐसे में आंकड़े जारी करने के साथ विभिन्न आगामी कार्यक्रमों को भी और बेहतर तरीके से चलाने का काम किया जा सकेगा. राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में विभिन्न योजनाओं पर मुख्यमंत्री को जानकारी दी जाएगी और कुछ नए प्रस्तावों पर भी मुख्यमंत्री से हरी झंडी लेने की कोशिशें की जा सकती है.
पढ़ें- Project TIGER: 'प्रोजेक्ट टाइगर' की हकीकत, देशभर में हर 40 घंटे में एक बाघ की मौत, तेंदुए को लेकर भी चौंकाने वाला आंकड़ा

उधर साल 2021-22 में बंदरों की संख्या जहां राज्य में 110,481 थी तो वही लंगूरों की संख्या 37735 दर्ज की गई थी, जबकि इससे पहले साल 2015 में यह संख्या क्रमशः 146432 और 54804 थी. राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक को लेकर चीफ वाइल्ड लाइफ बोर्ड वार्डन डॉक्टर समीर सिन्हा ने बताया कि बोर्ड की बैठक में आंकड़े जारी करने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा और आपसी संघर्ष को लेकर चिंतन किया जाएगा. साथी इस बैठक में राज्य वन विभाग की तरफ से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को लेकर भी प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री के सामने दिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.