देहरादून: देवभूमि में फरवरी फेस्टिवल्स के नाम रहा. उत्तराखंड की धरती पर इस माह हुए कई इंटरनेशनल लेवल के फेस्टिवल ने न केवल दुनिया का ध्यान देवभूमि की तरफ खींचा, बल्कि टूरिज्म सेक्टर को भी बूम दिया. पाटा महोत्सव ने जहां ऋषिकेश को एशिया में एडवेंचर टूरिज्म की कैपिटल के रूप में स्थापित किया. वहीं, एक समय विस्थापन की पीड़ा झेल चुके टिहरी के लोगों को दुनिया से जोड़ने टिहरी लेक फेस्टिवल ने भी उत्तराखंड को एक नई पहचान दिलाने का काम किया. साथ ही बर्फिली ढलानों ने दुनिया में फेमस जोशीमठ के औली में भी इंटरनेशनल स्कीइंग चैंपियनशिप ने सभी को रोमांचित कर दिया.
1. टिहरी लेक फेस्टिवल
एयरो और वाटर स्पोर्टस का टिहरी फेस्टिवल
पर्यटन उत्तराखंड की आर्थिक की रीढ़ है और सरकार इसे प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. टिहरी झील के किनारे कोटी कॉलोनी में टिहरी लेक महोत्सव 2019 का आज से आगाज होने जा रहा है. तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 160 देशों के योगा प्रेमी प्रतिभाग करेंगे.
2. पाटा फेस्टिवल
ऋषिकेश में मना पाटा फेस्टिवल
पर्यटन विभाग और पेसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन (पाटा) के संयुक्त कार्यक्रम का तीन दिवसीय आयोजन मुनि की रेती स्थित गंगा रिजॉर्ट में किया गया. इस कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों से निश्चित तौर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. सरकार का भी मकसद है कि उत्तराखंड को पर्यटन के मानचित्र पर अंतरराष्ट्रीय रूप में स्थापित किया जाए. 13 से 16 फरवरी के बीच आयोजित हुए पाटा सम्मेलन में देश-विदेश से आए टूरिस्ट संचालकों ने इसे काफी सराहा.
3. औली स्कीइंग चैंपियनशिप
औली में नेशनल नार्डिक एवं अल्पाइन स्कीइंग चैंपियनशिप
जोशीमठ के विश्व प्रसिद्ध आइस स्पोर्टस सेंटर औली में चैंपियनशिप खेली गई. चैंपियनशिप में देश भर की 7 टीमों के 136 स्की प्लेयर में सेना, आईटीबीपी के अलावा हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर समेत कई प्रदेशों के जांबाज ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि औली इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हो रहा है और प्रदेश सरकार के साथ ओलंपिक संघ इसी वर्ष औली में अंतररास्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता करने का विचार कर रहा है. औली में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिसको देखते हुए औली को पर्यटन विभाग उत्तराखंड के द्वारा विकसित किया जा रहा है.