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'मेरे बेटे को कीव से लेनी थी फ्लाइट, लेकिन...' यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों ने मदद की लगाई गुहार

यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद हालात चिंताजनक हो गए हैं. इस जंग के बीच उत्तराखंड के कई छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं. जिसमें सूबेदार के बेटे विवेक राठौर और आशीष नौटियाल जैसे कई छात्र शामिल हैं. ऐसे में परिजन अब सरकार से ही मदद की आस लगाए बैठे हैं.

ukraine russia conflict
परिजनों के माथे पर पड़ी चिंता की लकीर
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Published : Feb 24, 2022, 6:55 PM IST

Updated : Feb 24, 2022, 8:14 PM IST

देहरादून/रुड़कीः रूस और यूक्रेन की बीच तनाव अब जंग में बदल गई है. गुरुवार तड़के रूस ने यूक्रेन पर हमला भी कर दिया है. ऐसे में यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के परिजनों की चिंताएं बढ़ गई हैं. बीते 3 सालों से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा रुड़की का छात्र यूक्रेन में बिगड़े हालात के चलते भारत वापस नहीं आ पा रहा है, जिसे लेकर परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. वहीं, यूक्रेन से उत्तराखंड के लोगों की वापसी के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएमओ और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क किया है.

दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Ukraine Russia Conflict) की शुरुआत हो गई है. गुरुवार तड़के रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया. यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र और नागरिक भी फंसे हुए हैं, जिनको पिछले कुछ दिनों से एयरलिफ्ट करने का काम चल रहा था. अभी भी यूक्रेन में काफी संख्या में भारतीय छात्रों समेत नागरिक फंसे हैं. जिनको लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है.

यूक्रेन में फंसे छात्र के परिजन परेशान.

ये भी पढ़ेंः यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन चिंतित, त्रिवेंद्र रावत ने हेल्पलाइन नंबर को लेकर कही ये बात

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि यूक्रेन में वर्तमान हालात काफी अनिश्चितताओं से भरे हुए हैं. आप अभी जहां पर भी हों, वहां शांति और सुरक्षा के साथ रहें. इसके अलावा अन्य जानकारियों के लिए आगे के सुझाव जल्द जारी किए जाएंगे. कीव में भारतीय दूतावास ने कहा है कि यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को बंद करने के मद्देनजर विशेष उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.

सूबेदार का बेटा यूक्रेन में फंसाः इन हालातों के बीच रुड़की के ढंडेरा स्थित भारत कॉलोनी निवासी विवेक राठौर (उम्र 25 वर्ष) पिछले तीन सालों से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था, वो भी वहीं फंसकर रह गया है. विवेक के पिता भजन सिंह आर्मी में सूबेदार के पद पर तैनात हैं. जिनकी तैनाती वर्तमान में बीकानेर राजस्थान में है. छात्र के परिजनों ने भारत सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए गुहार लगाई है.

ukraine russia conflict
यूक्रेन में फंसे रुड़की के छात्र.

विवेक के परिजनों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि यूक्रेन में हालात ठीक नहीं है. हवाई यात्रा भी बंद कर दी गई है. ऐसे में भारत सरकार वहां फंसे छात्रों को भारत लाने का काम करें. उन्होंने बताया यूक्रेन में फंसे बच्चों को लेकर पूरा परिवार चिंता में है. हालातों को देखते हुए डर सता रहा है, इसलिए भारत सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए और इस गंभीर समस्या का निदान करें. रुड़की के 6 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. जिनमें मंगलौर के अरीब अंसारी, मोहम्मद राहिम, अदनान खान, रुड़की के वासु गोयल, गदरजुड्डा के शुभम देशपाल और लहबोली के नूर आलम शामिल हैं.

ukraine russia conflict
यूक्रेन में फंसे रुड़की के छात्र.

ये भी पढ़ेंः CM धामी बोले- यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों को जल्द लाएंगे वापस, विदेश मंत्रालय से हो रही बात

रूस के हमले के बाद अब यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजन परेशान नजर आ रहे हैं. छात्रों के परिजनों का कहना है कि अब उनकी उम्मीद मात्र राज्य सरकार और भारत सरकार से है कि किसी प्रकार उनके बच्चों को यूक्रेन से सुरक्षित स्वदेश लाया जाए. बताया जा रहा है कि रूस के यूक्रेन हमले के बाद सारी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. जिस वजह से आज करीब 1000 से अधिक छात्रों की फ्लाइट कैंसिल हो गई है.

हालांकि, अभी यूक्रेन में उत्तराखंड के कितने छात्र फंसे हुए हैं? इसकी संख्या पुख्ता नहीं हो पाई है, लेकिन देहरादून, उत्तरकाशी और रुद्रपुर के कई छात्र हैं, जो कि यूक्रेन में ही फंसे हुए हैं. वहीं, अब रूस के हमले के बाद इन छात्र घरों में कैद हो गए हैं और यहां पर इनके परिजन अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं.

यूक्रेन में फंसे छात्र आशीष नौटियाल ने बताई ये बातः यूक्रेन में फंसे छात्र आशीष नौटियाल ने ईटीवी भारत को फोन पर दी जानकारी देते हुए बताया कि उनकी स्वदेश लौटने की फ्लाइट 1 मार्च को थी, लेकिन अब वह कैंसिल हो गई है. आशीष नौटियाल ने बताया कि आज रूस के हमले के बाद करीब 1000 से अधिक छात्रों की फ्लाइट कैंसिल हो गई है. जिसमें उनके भी 10 से 15 दोस्त शामिल हैं.

ये भी पढ़ेंः Ukraine-Russia War: यूक्रेन में फंसे देवभूमि के 30 से 35 छात्र, परिजनों की बढ़ी चिंता, केंद्र से लगाई गुहार

वहीं, यूक्रेन में फंसे देहरादून निवासी छात्र के पिता डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि उनके बेटे को 28 फरवरी को वापस लौटना था, लेकिन अब हमले के बाद फ्लाइट कैंसिल हो गई है. इसलिए अब हम उम्मीद मात्र भारत सरकार से है कि वो किसी प्रकार उचित व्यवस्था कर उनके बच्चों को सुरक्षित भारत लाएं.

क्या बोले सीएम धामीः इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि वह भी लगातार सभी पीएमओ और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के संपर्क में हैं कि उत्तराखंड के सभी छात्रों को सुरक्षित भारत लाया जा सके. पीएमओ और विदेश मंत्रालय ने आश्वास्त किया है कि सभी छात्रों को सकुशल भारत लाया जाएगा.

देहरादून/रुड़कीः रूस और यूक्रेन की बीच तनाव अब जंग में बदल गई है. गुरुवार तड़के रूस ने यूक्रेन पर हमला भी कर दिया है. ऐसे में यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के परिजनों की चिंताएं बढ़ गई हैं. बीते 3 सालों से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा रुड़की का छात्र यूक्रेन में बिगड़े हालात के चलते भारत वापस नहीं आ पा रहा है, जिसे लेकर परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. वहीं, यूक्रेन से उत्तराखंड के लोगों की वापसी के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएमओ और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क किया है.

दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Ukraine Russia Conflict) की शुरुआत हो गई है. गुरुवार तड़के रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया. यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र और नागरिक भी फंसे हुए हैं, जिनको पिछले कुछ दिनों से एयरलिफ्ट करने का काम चल रहा था. अभी भी यूक्रेन में काफी संख्या में भारतीय छात्रों समेत नागरिक फंसे हैं. जिनको लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है.

यूक्रेन में फंसे छात्र के परिजन परेशान.

ये भी पढ़ेंः यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन चिंतित, त्रिवेंद्र रावत ने हेल्पलाइन नंबर को लेकर कही ये बात

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि यूक्रेन में वर्तमान हालात काफी अनिश्चितताओं से भरे हुए हैं. आप अभी जहां पर भी हों, वहां शांति और सुरक्षा के साथ रहें. इसके अलावा अन्य जानकारियों के लिए आगे के सुझाव जल्द जारी किए जाएंगे. कीव में भारतीय दूतावास ने कहा है कि यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को बंद करने के मद्देनजर विशेष उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.

सूबेदार का बेटा यूक्रेन में फंसाः इन हालातों के बीच रुड़की के ढंडेरा स्थित भारत कॉलोनी निवासी विवेक राठौर (उम्र 25 वर्ष) पिछले तीन सालों से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था, वो भी वहीं फंसकर रह गया है. विवेक के पिता भजन सिंह आर्मी में सूबेदार के पद पर तैनात हैं. जिनकी तैनाती वर्तमान में बीकानेर राजस्थान में है. छात्र के परिजनों ने भारत सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए गुहार लगाई है.

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यूक्रेन में फंसे रुड़की के छात्र.

विवेक के परिजनों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि यूक्रेन में हालात ठीक नहीं है. हवाई यात्रा भी बंद कर दी गई है. ऐसे में भारत सरकार वहां फंसे छात्रों को भारत लाने का काम करें. उन्होंने बताया यूक्रेन में फंसे बच्चों को लेकर पूरा परिवार चिंता में है. हालातों को देखते हुए डर सता रहा है, इसलिए भारत सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए और इस गंभीर समस्या का निदान करें. रुड़की के 6 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. जिनमें मंगलौर के अरीब अंसारी, मोहम्मद राहिम, अदनान खान, रुड़की के वासु गोयल, गदरजुड्डा के शुभम देशपाल और लहबोली के नूर आलम शामिल हैं.

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यूक्रेन में फंसे रुड़की के छात्र.

ये भी पढ़ेंः CM धामी बोले- यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों को जल्द लाएंगे वापस, विदेश मंत्रालय से हो रही बात

रूस के हमले के बाद अब यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजन परेशान नजर आ रहे हैं. छात्रों के परिजनों का कहना है कि अब उनकी उम्मीद मात्र राज्य सरकार और भारत सरकार से है कि किसी प्रकार उनके बच्चों को यूक्रेन से सुरक्षित स्वदेश लाया जाए. बताया जा रहा है कि रूस के यूक्रेन हमले के बाद सारी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. जिस वजह से आज करीब 1000 से अधिक छात्रों की फ्लाइट कैंसिल हो गई है.

हालांकि, अभी यूक्रेन में उत्तराखंड के कितने छात्र फंसे हुए हैं? इसकी संख्या पुख्ता नहीं हो पाई है, लेकिन देहरादून, उत्तरकाशी और रुद्रपुर के कई छात्र हैं, जो कि यूक्रेन में ही फंसे हुए हैं. वहीं, अब रूस के हमले के बाद इन छात्र घरों में कैद हो गए हैं और यहां पर इनके परिजन अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं.

यूक्रेन में फंसे छात्र आशीष नौटियाल ने बताई ये बातः यूक्रेन में फंसे छात्र आशीष नौटियाल ने ईटीवी भारत को फोन पर दी जानकारी देते हुए बताया कि उनकी स्वदेश लौटने की फ्लाइट 1 मार्च को थी, लेकिन अब वह कैंसिल हो गई है. आशीष नौटियाल ने बताया कि आज रूस के हमले के बाद करीब 1000 से अधिक छात्रों की फ्लाइट कैंसिल हो गई है. जिसमें उनके भी 10 से 15 दोस्त शामिल हैं.

ये भी पढ़ेंः Ukraine-Russia War: यूक्रेन में फंसे देवभूमि के 30 से 35 छात्र, परिजनों की बढ़ी चिंता, केंद्र से लगाई गुहार

वहीं, यूक्रेन में फंसे देहरादून निवासी छात्र के पिता डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि उनके बेटे को 28 फरवरी को वापस लौटना था, लेकिन अब हमले के बाद फ्लाइट कैंसिल हो गई है. इसलिए अब हम उम्मीद मात्र भारत सरकार से है कि वो किसी प्रकार उचित व्यवस्था कर उनके बच्चों को सुरक्षित भारत लाएं.

क्या बोले सीएम धामीः इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि वह भी लगातार सभी पीएमओ और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के संपर्क में हैं कि उत्तराखंड के सभी छात्रों को सुरक्षित भारत लाया जा सके. पीएमओ और विदेश मंत्रालय ने आश्वास्त किया है कि सभी छात्रों को सकुशल भारत लाया जाएगा.

Last Updated : Feb 24, 2022, 8:14 PM IST
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