डोईवाला: हरिद्वार-देहरादून नेशनल हाईवे पर लच्छीवाला मणिमाई मंदिर के पास जंगलों में बड़ी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां मिली हैं. अधिकांश दवा एक्सपायरी डेट की बताई जा रही है. इन दवाइयों पर उत्तर प्रदेश सरकार की छपाई हो रखी है. सामाजिक कार्यकर्ता और नकरौंदा निवासी रस्टी सिंह ने बताया कि जिस स्थान अंग्रेजी दवाई मिली हैं. वहीं पर पिछले साल भी इसी तरह की दवाइयां मिली थीं, जिसकी शिकायत उन्होंने विभागीय अधिकारियों से की थी.
रस्टी सिंह का कहना है कि जंगल में पड़ी यदि इन दवाइयों को वन्यजीव खा लेंगे तो उनका नुकसान पहुंच सकता है. इसके साथ ही इस तरह खुले में दवाइयां फेंकने से पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचेगा. रस्टी सिंह ने जंगलों में इस तरह दवाइयां फेंकने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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वहीं, इस संबंध में डोईवाला सीएससी प्रभारी केएस भंडारी ने बताया कि जिन दवाइयों के रैपर दिखाए गए हैं. उनमें कुछ दवाइयां नींद, शुगर, हार्ट अटैक और खून को पतला करने की हैं. उनका कहना है कि एक्सपायरी दवाइयों को फेंकने के लिए नियम बने हैं. खुले में किसी भी प्रकार की दवाइयों को फेंका नहीं जाना चाहिए. यदि अधिक मात्रा में ये दवाइयां जंगली जानवर खा लेंगे तो वो बीमार भी पड़ सकते हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता रस्टी सिंह ने कहा कि समय रहते यदि इन दवाइयों को जंगल से नहीं हटाया तो इनके खाने से जानवरों की मौत भी हो सकती है. वहीं ऐसे ही एक मामला हरिद्वार जिले के बैरागी कैंप से भी सामने आया था. जहां बीते दिन कोई व्यक्ति दवाइयों से भरे करीब 40 कट्टों को जमीन में दबा दिया था.
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