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कैसा होगा लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप, जानिए विशेषज्ञों की राय

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Published : May 17, 2020, 5:08 PM IST

Updated : May 17, 2020, 8:42 PM IST

आज देशभर में लॉकडाउन की तीसरा चरण खत्म होने जा रहा है. ऐसे में सभी के मन में ये ही सवाल उठ रहे हैं कि लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार क्या व्यवस्थाएं करेगी, क्या छूट देगी. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने विशेषज्ञों से बात की.

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कैसा होगा लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप,

देहरादून: कोरोना संकट के बीच देश में जारी लॉकडाउन का आज तीसरा चरण समाप्त होने जा रहा है. ऐसे में सभी के जहन में यही सवाल है कि आखिर लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप क्या होगा, क्या इस चरण में सरकार और अधिक सख्ती बरतेगी या फिर इसमें और अधिक रियायतें दी जाएगी ? कुछ इन्हीं सवालों के साथ ईटीवी भारत ने लॉकडाउन 4.0 को लेकर विशेषज्ञों से बात की. आईये आपको बताते हैं कि इस बारे में उनका क्या कहना है.

कैसा होगा लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप

गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच बीती 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था तब सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही सीमित समय के लिए खोलने की अनुमति प्रदान की गई थी. वहीं कुछ ऐसे ही हालातों से हम लॉकडाउन 2.0 में भी गुजरे. लॉकडाउन 3.0 में केंद्र सरकार ने विशेष गाइडलाइन जारी कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभिन्न गैर जरूरी दुकानों को एक दिन के अंतराल में खोलने की अनुमति दी. इसके साथ ही लोगों को भी सीमित समय के लिए घरों से निकलने की छूट दी गई.

पढ़ें-क्या क्वारंटाइन शख्स की पत्नी होना गुनाह? अस्पताल में घंटों तड़पती रही प्रेग्नेंट महिला

अब एक तरफ देश के साथ ही प्रदेश में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर देश में लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार सिंह का मानना है लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार अब लोगों पर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी छोड़ने जा रही है. जहां आम जनता को खुद ही सतर्कता बरतते हुए अपने आप को कोरोना संक्रमण से बचाना होगा. इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि बीते 2 महीनों से जारी लॉकडाउन के चलते देश को बहुत बड़े आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ा है. ऐसे में यदि देश की आर्थिकी को पटरी पर लाना है तो इसके लिए सभी जरूरी और गैर जरूरी कार्यों को पहले की तरह शुरू करना होगा. इसके तरत लॉकडाउन 4.0 में सरकार यातायात , रेस्टोरेंट्स और उद्योगों को अनुमति प्रदान कर सकती है. वहीं हो सकता है की कुछ चुनिंदा रूटों पर घरेलू उड़ानें भी शुरू कर दी जाए.

पढ़ें- अब सोमवार को परीक्षा की नई तारीखों का एलान करेगा सीबीएसई

वहीं दूसरी तरफ कोरोना लॉकडाउन 4.0 को लेकर देहरादून के जानेमाने डॉ. वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी का मानना है लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार आम जनता को और अधिक रियायतें दे सकती है, मगर राज्य में जिस तरह से प्रवासियों के लौटने की सिलसिला जारी है उसे देखते हुए सरकार को पोर्स क्वारंटाइन की व्यवस्था लागू करनी होगी. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में में कोरोना संक्रमण का कम्युनिटी स्प्रैड हो सकता है.

पढ़ें-आर्थिक पैकेज : यहां जानिए 20 लाख करोड़ का पूरा लेखा-जोखा

बहरहाल, एक तरफ विशेषज्ञ लॉकडाउन 4.0 में सरकार द्वारा और अधिक रियायत दिए जाने की बात कर रहे हैं,तो वहीं दूसरी तरफ देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या खबर लिखे जाने तक 90927 तक पहुंच चुकी है. ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि लॉक डाउन 4.0 के लिए सरकार किस तरह की गाइडलाइन जारी करती है.

देहरादून: कोरोना संकट के बीच देश में जारी लॉकडाउन का आज तीसरा चरण समाप्त होने जा रहा है. ऐसे में सभी के जहन में यही सवाल है कि आखिर लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप क्या होगा, क्या इस चरण में सरकार और अधिक सख्ती बरतेगी या फिर इसमें और अधिक रियायतें दी जाएगी ? कुछ इन्हीं सवालों के साथ ईटीवी भारत ने लॉकडाउन 4.0 को लेकर विशेषज्ञों से बात की. आईये आपको बताते हैं कि इस बारे में उनका क्या कहना है.

कैसा होगा लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप

गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच बीती 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था तब सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही सीमित समय के लिए खोलने की अनुमति प्रदान की गई थी. वहीं कुछ ऐसे ही हालातों से हम लॉकडाउन 2.0 में भी गुजरे. लॉकडाउन 3.0 में केंद्र सरकार ने विशेष गाइडलाइन जारी कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभिन्न गैर जरूरी दुकानों को एक दिन के अंतराल में खोलने की अनुमति दी. इसके साथ ही लोगों को भी सीमित समय के लिए घरों से निकलने की छूट दी गई.

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अब एक तरफ देश के साथ ही प्रदेश में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर देश में लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार सिंह का मानना है लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार अब लोगों पर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी छोड़ने जा रही है. जहां आम जनता को खुद ही सतर्कता बरतते हुए अपने आप को कोरोना संक्रमण से बचाना होगा. इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि बीते 2 महीनों से जारी लॉकडाउन के चलते देश को बहुत बड़े आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ा है. ऐसे में यदि देश की आर्थिकी को पटरी पर लाना है तो इसके लिए सभी जरूरी और गैर जरूरी कार्यों को पहले की तरह शुरू करना होगा. इसके तरत लॉकडाउन 4.0 में सरकार यातायात , रेस्टोरेंट्स और उद्योगों को अनुमति प्रदान कर सकती है. वहीं हो सकता है की कुछ चुनिंदा रूटों पर घरेलू उड़ानें भी शुरू कर दी जाए.

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वहीं दूसरी तरफ कोरोना लॉकडाउन 4.0 को लेकर देहरादून के जानेमाने डॉ. वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी का मानना है लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार आम जनता को और अधिक रियायतें दे सकती है, मगर राज्य में जिस तरह से प्रवासियों के लौटने की सिलसिला जारी है उसे देखते हुए सरकार को पोर्स क्वारंटाइन की व्यवस्था लागू करनी होगी. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में में कोरोना संक्रमण का कम्युनिटी स्प्रैड हो सकता है.

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बहरहाल, एक तरफ विशेषज्ञ लॉकडाउन 4.0 में सरकार द्वारा और अधिक रियायत दिए जाने की बात कर रहे हैं,तो वहीं दूसरी तरफ देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या खबर लिखे जाने तक 90927 तक पहुंच चुकी है. ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि लॉक डाउन 4.0 के लिए सरकार किस तरह की गाइडलाइन जारी करती है.

Last Updated : May 17, 2020, 8:42 PM IST
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