देहरादून: मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन पर डटी आंगनबाड़ी वर्कर्स को पूर्व मुख्यमंत्री और असम कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने समर्थन दिया है. सोमवार को हरीश रावत उनके धरना स्थल पहुंचे और मांगों को जायज ठहराया.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांगों का मसला उठाते हुए कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स राज्य के स्तंभ है. जिसके चलते उनसे विशेष तौर पर पोषण, बाल शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे कार्य करवाए जाते हैं. अपने कार्यकाल के दौरान कांग्रेस सरकार ने उनका मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया आरंभ की थी. जिसे वर्तमान सरकार ने डिस्कंटीन्यू कर दिया. कांग्रेस सरकार ने आंगनबाड़ी वर्कर्स के मानवीय जीवन को देखते हुए उन्हें छुट्टी आदि की भी सुविधाएं प्रदान की थी. लेकिन भाजपा सरकार ने इस सुविधा को भी बंद कर दिया है.
हरदा ने कहा कि बीते कुछ दिनों से आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं. लेकिन सीएम उनसे मिलने तक का समय नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में वे खुद आंगनबाड़ी वर्कर्स के धरने को समर्थन देने आए हैं.
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बता दें कि आंगनबाड़ी वर्कर्स बीते 45 दिनों से अपना मानदेय 18 हजार रुपए किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं. लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से इस मामले को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. हालांकि आंगनबाड़ी वर्कर्स को अन्य राजनीतिक पार्टियों का भी समर्थन हासिल हो रहा है. उत्तराखंड क्रांति दल समेत समाजवादी पार्टी, सीपीआई और कांग्रेस पार्टी के नेता धरने पर आकर उनकी मांगों का समर्थन कर चुके हैं. इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आंगनबाड़ी वर्करों के धरने पर पहुंच कर उनकी मांगों को जायज ठहराया.