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अटल आयुष्मान योजना पर CM त्रिवेंद्र गदगद, स्वास्थ्य विभाग जता रहा चिंता

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेहतर कार्य कर रहे अस्पतालों और आशा कार्यकत्रियों को सम्मानित किया. लेकिन स्वास्थ्य विभाग अटल आयुष्मान योजना कार्ड की वर्तमान स्थिति को लेकर संतोषजनक नहीं है. विभाग का कहना है कि इस योजना को बेहतर बनाने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है.

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ न्यूज Chief Minister Trivendra Singh Rawat News
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मीनाक्षी जोशी
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Published : Dec 25, 2019, 10:51 PM IST

देहरादून: अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ के मौके पर सीएम आवास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना से अभी तक एक लाख दस हजार से अधिक लोगों को लाभ मिल चुका है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अटल आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया वर्तमान स्थिति में संतोषजनक नहीं है.

अटल आयुष्मान कार्ड की प्रक्रिया पर स्वास्थ्य विभाग ने उठाए सवाल.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड 20 हजार से अधिक की संख्या पार कर चुके हैं. बीते पखवाड़े में बने हुए गोल्डन कार्ड की संख्या की स्थिति संतोषजनक नहीं है. लेकिन विभाग अपनी ओर से प्रयासरत है और जनता से अपील की जा रही है कि वे बड़ी संख्या में सामने आएं और अटल आयुष्मान योजना के तहत कार्ड अवश्य बनवाएं. उन्होंने कहा कि विभाग प्रयास कर रहा है कि सभी लोगों के कार्ड्स जल्द स जल्द बन सकें. जिसके लिए रूरल और अर्बन एरियाज में आशाओं द्वारा इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है साथ ही कैंप भी चलाए जा रहे हैं.

बता दें कि अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के लिए विभाग लगातार रेगुलर कैंप चला रहा है. इस दौरान विभाग ने बीते 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक 10 कैंप लगाए. इससे पहले बीते 25 नवंबर से 24 दिसंबर तक चलाए गए अभियान के तहत करीब 28,087 कार्ड बनाए गए. दरअसल, सरकार ने यह पॉलिसी बनाई है कि यदि मरीज प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराता है तो उसे रेफरल स्लिप लेनी अनिवार्य है. लेकिन मरीज इमरजेंसी केस स्लिप से राहत दी गई है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः वन क्षेत्र में नए साल का जश्न मनाने पर प्रतिबंध, विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट

गौर हो कि अटल आयुष्मान के तहत मरीज करीब 1,350 बीमारियों का इलाज करवा सकते हैं. देहरादून में इसके लिए 38 अस्पताल इंपैनल्ड किए गए हैं. जिसमें 14 पब्लिक और 24 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध हैं. साथ ही अटल आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए दून में 1,176 कॉमन सर्विस सेंटर हैं. कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी सेंटर में जाकर अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकता है. आंकड़ों के अनुसार अभी तक सात लाख तैंतीस हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं.

देहरादून: अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ के मौके पर सीएम आवास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना से अभी तक एक लाख दस हजार से अधिक लोगों को लाभ मिल चुका है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अटल आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया वर्तमान स्थिति में संतोषजनक नहीं है.

अटल आयुष्मान कार्ड की प्रक्रिया पर स्वास्थ्य विभाग ने उठाए सवाल.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड 20 हजार से अधिक की संख्या पार कर चुके हैं. बीते पखवाड़े में बने हुए गोल्डन कार्ड की संख्या की स्थिति संतोषजनक नहीं है. लेकिन विभाग अपनी ओर से प्रयासरत है और जनता से अपील की जा रही है कि वे बड़ी संख्या में सामने आएं और अटल आयुष्मान योजना के तहत कार्ड अवश्य बनवाएं. उन्होंने कहा कि विभाग प्रयास कर रहा है कि सभी लोगों के कार्ड्स जल्द स जल्द बन सकें. जिसके लिए रूरल और अर्बन एरियाज में आशाओं द्वारा इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है साथ ही कैंप भी चलाए जा रहे हैं.

बता दें कि अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के लिए विभाग लगातार रेगुलर कैंप चला रहा है. इस दौरान विभाग ने बीते 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक 10 कैंप लगाए. इससे पहले बीते 25 नवंबर से 24 दिसंबर तक चलाए गए अभियान के तहत करीब 28,087 कार्ड बनाए गए. दरअसल, सरकार ने यह पॉलिसी बनाई है कि यदि मरीज प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराता है तो उसे रेफरल स्लिप लेनी अनिवार्य है. लेकिन मरीज इमरजेंसी केस स्लिप से राहत दी गई है.

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गौर हो कि अटल आयुष्मान के तहत मरीज करीब 1,350 बीमारियों का इलाज करवा सकते हैं. देहरादून में इसके लिए 38 अस्पताल इंपैनल्ड किए गए हैं. जिसमें 14 पब्लिक और 24 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध हैं. साथ ही अटल आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए दून में 1,176 कॉमन सर्विस सेंटर हैं. कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी सेंटर में जाकर अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकता है. आंकड़ों के अनुसार अभी तक सात लाख तैंतीस हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं.

Intro:अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ आज है। अटल आयुष्मान को पूरा 1 साल हो जाने पर खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि इस योजना में अब तक एक लाख दस हज़ार से अधिक लोगों को लाभ मिल चुका है। मगर स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अटल आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया वर्तमान स्थिति में संतोषजनक नहीं है हालांकि विभाग अपनी ओर से लगातार प्रयास कर रहा है।
summary- दरअसल आज मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की पहली वर्षगांठ पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए बेहतर कार्य करने वाले अस्पतालों और आशा कार्यकत्रियों को भी सम्मानित किया है मगर विभाग का मानना है कि अटल आयुष्मान योजना कार्ड की वर्तमान स्थिति फिलहाल संतोषजनक नहीं है जिसके लिए विभाग लगातार प्रयासरत है।


Body:देहरादून की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मीनाक्षी जोशी के मुताबिक अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड 20 हजार से अधिक की संख्या पार कर चुके हैं, बीते पखवाड़े में बने हुए गोल्डन कार्ड की संख्या की स्थिति संतोषजनक नहीं है। लेकिन विभाग अपनी ओर से प्रयासरत है और जनता से अपील की जा रही है कि वे बड़ी संख्या में सामने आए और अपने अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले कार्ड अवश्य बनवाएं। उन्होंने कहा कि विभाग प्रयास कर रहा है कि सभी लोगों के कार्ड्स बन सकें। जहां तक कार्डस से होने वाली योजनाओं से मिलने वाले लाभ हैं उनके बारे में जनता भली भांति अवगत है। डॉ मीनाक्षी जोशी के मुताबिक रूरल और अर्बन एरियाज़ में आशाओं द्वारा इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा कैंप चलाए जा रहे हैं, जहां लोगों की सहायता करके उनके कार्ड्स बनवाई जा रहे हैं।
बाइट- डॉ मीनाक्षी जोशी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, देहरादून


Conclusion:अटल आयुष्मान योजना के तहत बनने वाले गोल्डन कार्ड के लिए विभाग लगातार रेगुलर कैंप चला रहा है। इस दौरान विभाग ने बीते 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक 10 कैंप लगाए।बीते 25 नवंबर से 24 दिसंबर तक चलाए गए अभियान के तहत करीब 28087 कार्ड बनाए गए। दरअसल सरकार ने यह पॉलिसी बनाई है कि यदि मरीज प्राइवेट अस्पताल जाता है तो उस मरीज को इमरजेंसी केस को छोड़कर रेफरल स्लिप लेनी अनिवार्य है। अटल आयुष्मान के तहत मरीज करीब 1350 बीमारियों का इलाज करवा सकते हैं। देहरादून में इसके लिए 38 अस्पताल इंपैनल्ड किए हुए हैं जिसमें 14 पब्लिक और 24 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध हैं। वहीं यदि किसी को अटल आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने हैं तो जनपद देहरादून में 1176 कॉमन सर्विस सेंटर हैं ।कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी सेंटर में जाकर अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकता है। विभाग की मानें तो अभी तक सात लाख तैंतीस हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं।
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