डोइवाला: सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र डोइवाला के गडुल गांव के लोगों के दिल में 10 साल बाद एक आस जगी है. ईटीवी भारत ने ग्रामीणों की बेबसी को प्रमुखता से दिखाया था. गडुल गांव की जनता पिछले 10 वर्षों से 9 किलोमीटर लंबी सड़क का इंतजार कर रही है. ग्रामीणों का कहना है कि ये सड़क बमेट, सोड और डंगवाली गांव के बीच से होकर निकलेगी. लेकिन, 10 साल से सड़क के इंतजार में ग्रामीणों की आंखें पत्थरा गई थी. अब इन आंखों में आस जगी है.
ईटीवी भारत की टीम ने यहां सड़क निर्माण न होने से ग्रामीणों की समस्याओं को प्रमुखता से दिखाया था. ईटीवी भारत से अपनी समस्या साझा करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि राजधानी से कुछ ही दूरी पर होने के बावजूद यहां सड़क का लंबा इंतजार करना पड़ा है.
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ग्रामीणों का कहना था कि लोक निर्माण विभाग की उदासीनता के चलते सड़क निर्माण का कार्य नहीं हो पा रहा है. हालांकि ताज्जुब इस बात का है कि विभाग द्वारा 51 लाख रुपए की लागत का एक बोर्ड 2 साल पहले ही लगा दिया लेकिन काम शुरू नहीं किया. इससे न सिर्फ ग्रामीण बल्कि स्कूल जाने और आने के लिए बच्चे भी परेशानी झेल रहे हैं. लेकिन, अब मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीम ने गडुल गांव पहुंचकर सड़क का निरीक्षण किया और जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू करने का वादा किया.
डीएफओ राजीव धीमान ने ईटीवी भारत को बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा एक प्रस्ताव बनाकर दिया गया है, जिसमें 10 किलोमीटर सड़क निर्माण की मांग की गई है. सड़क के बीच में आने वाले पेड़ों के निरीक्षक के बाद विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा रही है. केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा.