देहरादून: नैनीताल में आज एक और कोरोना पॉजिटिव केस आया है. जिसके बाद नैनीताल में कोरोना मरीजों की संख्या 10 हो गई है और प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 48 हो गया है. वहीं, अब तक कुल 24 मरीज स्वस्थ हो चुके है. प्रदेश में ठीक होने वाले मरीजों का अनुपात अभी भी 50 फीसदी बना हुआ है.
देश में भी कोरोना का कहर जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के मामले बढ़कर 23,452 हो गए हैं और संक्रमण से मरने वालों की संख्या 723 जा पहुंची है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना संक्रमण के कुल 23 हजार 77 मामलों में से 17,915 एक्टिव केस हैं. इसके अलावा, 4,814 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
पढ़ें- कोविड-19 टेस्ट के लिए दून मेडिकल कॉलेज को ICMR से मिली मंजूरी, अब नहीं करना पड़ेगा लंबा इंतजार
इस क्रम में अब हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्र रानी माजरा और आस-पास के कई गांव के लोग अपने-अपने गांव की सरहद पर पहरा दे रहे हैं. जिससे गांव में किसी भी ऐसे बाहरी व्यक्ति का प्रवेश न हो सके जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो. वहीं, इन ग्रामीणों द्वारा अपने कार्य से आने वाले लोगों को मास्क पहनने और सैनेटाइजर का उपयोग करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.
पढ़ें- पिथौरागढ़: एक महीने से फंसे हैं पर्यटक, वापस भेजने की लगाई गुहार
पिथौरागढ़ के चौकोड़ी में लॉकडाउन के बाद से 27 बंगाली पर्यटक फंसे हुए हैं. इन पर्यटकों में कुछ बीमार हैं तो कुछ मानसिक रूप से परेशान हैं. लंबे समय से होटल में रहने की वजह से पर्यटकों के पास पैसे खत्म हो गए हैं. ऐसे में पर्यटकों ने राज्य सरकार से वापस घर भेजने की गुहार लगाई है. 27 सैलानियों के इस ग्रुप में कई वरिष्ठ नागरिक और बच्चे भी शामिल हैं. बंगाली पर्यटकों का दल बीते 22 मार्च से चौकोड़ी में फंसा हुआ है.
पढ़ें- कोटा से लौटे छात्र घरों के लिए रवाना, 14 दिन रहेंगे होम क्वारंटाइन
अल्मोड़ा में राजस्थान के कोटा से लाए गये 14 छात्रों को आज उनके घर भेज दिया गया है. ये सभी छात्र 14 दिनों तक होम क्वारंटीन में रहेंगे. इससे पहले उन्हें रानीखेत लाकर 3 दिन संस्थागत क्वारंटाइन में रखा गया था. जहां पर सभी छात्रों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उनको घर भेजा गया है.