डोइवाला: काफी मशक्कतों के बाद भी शुगर मिल करोड़ों के घाटे से उबर पाने में नाकाम रहा. हालत ये हो गई है कि शुगर मिल के कर्मचारियों को वेतन और किसानों को गन्ना का भुगतान करने तक में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब मिल को घाटे से उबारने के लिए प्रदेश सरकार ने डोइवाला शुगर मिल में एथेनॉल प्लांट लगाने की तैयारी तेज कर दी है.
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डोइवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि डोइवाला शुगर मिल पर करोड़ों रुपए का कर्ज है और शुगर मिल को प्रति वर्ष 50 करोड़ रुपए का घाटा झेलना पड़ रहा है. अब इस घाटे को उबारने के लिए मिल में एथेनॉल प्लांट की तैयारी को लेकर प्रशासन ने डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी है. गौरतलब है कि अभी भी डोइवाला शुगर मिल पर किसानों का 10 करोड़ रुपए और शुगर मिल के कर्मचारियों की भी करोड़ों की देनदारी है.