देहरादून: उत्तराखंड भू-माफिया के हौसले कितने बुलंद है इसकी एक बानगी राजधानी देहरादून में देखने को मिल सकती है. जहां बेखौफ होकर भू-माफिया भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के आसपास के प्रतिबंधित क्षेत्र में अतिक्रमण कर सैन्य अकादमी की सुरक्षा में सेंधमारी करने में लगे हैं.
बता दें कि कैंट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रेमनगर इलाके के केहरी गांव में भू-माफिया ने पहले तो प्रतिबंधित ग्रीन बेल्ट इलाके में अवैध तरीके से फलदार पेड़ों का कटान किया. उसके बाद प्लॉटिंग यहां पर प्लॉटिंग कर कॉलोनी बनाई जा रही है. ताज्जुब तो इस बात का है कि शासन-प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है.
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ईटीवी भारत की टीम ने मौके पर जाकर इसकी पड़ताल की है. जब इस बारे में ईटीवी भारत ने जमीन के मालिक यशपाल मेहंदीरत्ता से बात कि तो उन्होंने कहा कि आईएमए से लगती हुई उनकी भूमि दशकों पहले से ही ग्रीन बेल्ट कृषि भूमि के अंतर्गत आती है. ऐसे में उन्होंने कृषि करने के लिए अपनी पुश्तैनी भूमि को प्रॉपर्टी डीलर को बेचा था, लेकिन आज अगर उस कृषि वाली भूमि में फलदार पेड़ों को कैंट बोर्ड परमिशन के बगैर काटकर प्लॉटिंग की जा रही है, वो गैरकानूनी है.
वहीं, इसके बाद प्रतिबंधित क्षेत्र में प्लॉटिंग कर रहे है राजेन्द्र अग्रवाल से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने भी इस मामले में अपनी सफाई पेश की. अग्रवाल का कहना है कि वे कई बार कैंट बोर्ड से इस क्षेत्र को आवासीय क्षेत्र घोषित करने की अपील कर चुके हैं. अभीतक कैंट बोर्ड से कोई परमिशन नहीं मिली है. हालांकि, पेड़ काटने के बारे में जब उन से पूछ गया तो उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कहकर इस मामले से पल्ला झाड़ दिया.
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इस मामले में कैंट बोर्ड की सीईओ तनु जैन का कहना है कि आईएमए से सटे प्रतिबंधित क्षेत्र (ग्रीन बेल्ट) में किसी भी तरह की आवासीय प्लॉटिंग प्रतिबंधित है. यदि ऐसा हो रहा है तो ये आईएमए की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है. जैन के मुताबिक, वो खुद वहां जाकर निरीक्षण करेंगी और इसके बाद पुलिस-प्रशासन की मदद से अवैध प्लॉटिंग को रोका जाएगा.