मसूरी: शुक्रवार को मसूरी के शिफन कोर्ट से अतिक्रमण को पूरी तरह से मुक्त करवा दिया गया. मसूरी एसडीएम मनीष कुमार और सीईओ मसूरी नरेंद्र पंत के नेतृत्व में भारी पुलिस बल और पालिका के कर्मचारियों द्वारा सरकारी भूमि पर किये गये कब्जे को ध्वस्त किया गया. बता दें कार्रवाई से पहले की 90 फीसदी लोग यहां मकान खाली कर जा चुके थे.
मसूरी एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि शिफन कोर्ट के लोगों के सहयोग सरकारी भूमि पर बने अवैध घरों को ध्वस्त कर दिया गया है. उन्होंने सभी लोगों का कार्रवाई के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आभार व्यक्त किया गया है. उन्होंने बताया कि जो लोग बेघर हुए हैं उनके लिए प्रशासन द्वारा पास के मंदिर गुरुद्वारों में अस्थाई रूप से कुछ समय के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है.
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एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि शासन और अधिकारियों द्वारा दिए गए टास्क को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कर लिया गया है. शिफन कोर्ट की संपूर्ण संपत्ति से अवैध अतिक्रमण हटाकर ये जमीन पालिका से पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की जा रही है. जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी अब से पर्यटन विभाग की होगी.
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उन्होंने लोगों के विस्थापन को लेकर कहा कि पूर्व में नगर पालिका द्वारा कुछ लोगों को मसूरी-टिहरी बाईपास आईडीएच बिल्डिंग में विस्थापित किया गया है. बाकी लोगों के विस्थापन की कार्रवाई पालिका और शासन के माध्यम से की जानी है. अभी तक उनके पास शासन और प्रशासन की ओर से विस्थापन को लेकर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है.