देहरादून: विधानसभा भर्ती घोटाले मामले (uttarakhand assembly recruitment scam) में बर्खास्त हुए विधानसभा के 228 कर्मचारियों की उम्मीद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से टूट चुकी है. वह अब भी लगातार अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. विधानसभा से बर्खास्त किए गए 2016 के बाद की तदर्थ नियुक्तियों के तहत नौकरी पाने वाले इन 228 कर्मचारियों की मांग है कि राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक लगातार इसी प्रक्रिया के तहत कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है, तो न्याय पूरा होना चाहिए यानी 2001 से लेकर वर्ष 2021 तक हुई तदर्थ नियुक्तियों से लगी नौकरियों को लेकर एक तरह का न्याय होना चाहिए, जबकि बर्खास्त किए गए कर्मचारी 2016 के बाद नियुक्ति पाने वाले कर्मचारी हैं.
पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से निराशा हाथ लगने के बाद अब इन कर्मचारियों की एकमात्र उम्मीद विधानसभा अध्यक्ष हैं. यह कर्मचारी लगातार विधानसभा अध्यक्ष से गुहार लगा रहे हैं कि आप अगर न्याय की देवी हैं और आप विधानसभा भर्ती घोटाले में हुई गड़बड़ियों को लेकर न्याय करना चाहते हैं, तो सबके लिए एक जैसा न्याय करें.
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अगर साल 2016 से पहले हुई तदर्थ नियुक्तियों के प्रति आप संवेदनशील हैं, तो कृपया उनके साथ इस तरह का नाइंसाफी ना करें. इन्हीं विषयों को लेकर के लगातार विधानसभा के बाहर एक कर्मचारी अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. आज 25 दिसंबर को भी इन कर्मचारियों ने अपने इसी प्रदर्शन के रूप में विधानसभा अध्यक्ष को क्रिसमस की बधाई दी.