देहरादून: निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद उत्तराखंड में मतदाता सूची और वोटर कार्ड की त्रुटियों को सही करने को लेकर एक सितंबर से चलाए गए निर्वाचक सत्यापन कार्यक्रम के तहत अभी तक प्रदेशभर से 6,46,815 आवेदन प्राप्त हुए हैं. जो कुल मतदाता का 8.33% फीसदी है. हालांकि, निर्वाचन सत्यापन कार्यक्रम अभी 15 अक्टूबर तक और चलना है. ऐसे में प्रदेश के मतदाता निर्वाचन कार्ड में त्रुटियों को दूर करा सकते हैं.
त्रुटियों को सही कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर (1950), एनवीएसपी पोर्टल, कॉमन सर्विस सेंटर, वोटर फैसिलिटी सेंटर आदि पर अपना कोई भी एक पहचान पत्र और वोटर आईडी का नंबर अपलोड कर आवेदन किया जा सकता है. जिसके बाद बीएलओ घर-घर जाकर वोटरों का सत्यापन करेंगे. जिसके बाद वोटर आईडी और पहचान पत्र का मिलान कर उन त्रुटियों को दूर किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव 2019 की मतदाता सूची के अनुसार प्रदेशभर में 77 लाख 56 हजार 328 मतदाता हैं. जिसमें से 6 लाख 46 हजार 815 मतदाताओं ने अपनी वोटर आईडी की त्रुटियों को दूर करने के लिए आवेदन किया है. जिसमें नाम, जन्मतिथि, फोटो, जेंडर आदि सही कराने को लेकर आवेदन किए गए हैं.
निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के अनुसार
माध्यम | आवेदन |
NVSP | 5,991 |
मोबाइल एप्लीकेशन | 5,98,271 |
कॉमन सर्विस सेंटर | 30,258 |
वोटर फैसिलिटी सेंटर | 12,295 |
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वहीं, मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि निर्वाचक सत्यापन अभियान चल रहा है. कई माध्यमों से लोगों को बताया जा रहा है कि किस तरह से वे अपने वोटर आईडी कार्ड की त्रुटियों को दूर कर सकते हैं. इसके लिए निर्वाचक को आवेदन करना होगा. जिसके बाद बीएलओ घर-घर जाकर सत्यापन करेगा. साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कॉमन सर्विस सेंटर में एक व्यवस्था की गई है. जहां निर्वाचक जाकर अपने वोटर आईडी की त्रुटियों को दूर करा सकता है और वहां से डुब्लिकेटे कार्ड भी जारी करा सकते हैं.