ETV Bharat / state

खुशखबरीः सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में वृद्धों के लिए बेड आरक्षित करने को कहा है. साथ ही ओपीडी में आधा घंटा केवल वरिष्ठ नागरिकों की इलाज एवं परामर्श को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं. वहीं, निजी अस्पतालों को बारी-बारी से हफ्ते में 1 दिन बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज करवाने के लिए प्रेरित करने को कहा है.

दून मेडिकल कॉलेज
author img

By

Published : Nov 20, 2019, 7:09 PM IST

Updated : Nov 20, 2019, 7:38 PM IST

देहरादूनः प्रदेश में वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान और भरण पोषण के अलावा सरकारी अस्पतालों में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. साथ ही सरकारी अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेड आरक्षित करने और इलाज व परामर्श को प्राथमिकता देने को कहा है.

सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं.

जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में वृद्धों के लिए बेड आरक्षित करने को कहा है. साथ ही ओपीडी में आधा घंटा केवल वरिष्ठ नागरिकों की इलाज एवं परामर्श को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं. वहीं, निजी अस्पतालों को बारी-बारी से हफ्ते में 1 दिन बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज करवाने के लिए प्रेरित करने को कहा है. साथ ही नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाने के भी निर्देश दिए हैं.

ये भी पढे़ंः उत्तराखंडः 12.5 एकड़ से ज्यादा भूमि खरीद और जमीन लीज पर देने से संबंधित अध्यादेश राजभवन से मंजूर

दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री की मानें तो सरकार के आदेशों के अनुरूप बुजुर्गों के उचित इलाज की तमाम व्यवस्थाएं अस्पतालों के पास मौजूद है. नई ओपीडी भवन में सीनियर सिटीजन के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन और मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन काउंटर्स बनवाए गए हैं.

उन्होंने कहा कि ओपीडी के दौरान कार्यरत जितने भी सुरक्षाकर्मी हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है कि यदि कोई बुजुर्ग ओपीडी की कतार में खड़े हैं तो उन्हें तत्काल प्राथमिकता के आधार पर डॉक्टर के पास परामर्श के लिए भेजा जाए. वहीं, मेडिसिन विभाग के डॉ. केसी पंत को विशेष रूप से बुजुर्गों के इलाज के करने को कहा गया है. इसके अलावा सीनियर सिटीजन के लिए 10 बेड अस्पताल में रिजर्व रखे गए हैं.

ये भी पढे़ंः गोरखाली गाना और गढ़वाली स्टाइल में झूमकर नाचे आर्मी चीफ बिपिन रावत

गौर हो कि, देहरादून डीएम सी. रविशंकर की अध्यक्षता में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण अधिनियम 2007 के प्रावधानों के उचित अनुपालन के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें स्वास्थ्य विभाग को बुजुर्गों के लिए हर अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर उनका इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद दून मेडिकल कॉलेज में सीनियर सिटीजन के इलाज को प्राथमिकता देते हुए तैयारियां पूरी कर ली है.

देहरादूनः प्रदेश में वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान और भरण पोषण के अलावा सरकारी अस्पतालों में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. साथ ही सरकारी अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेड आरक्षित करने और इलाज व परामर्श को प्राथमिकता देने को कहा है.

सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं.

जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में वृद्धों के लिए बेड आरक्षित करने को कहा है. साथ ही ओपीडी में आधा घंटा केवल वरिष्ठ नागरिकों की इलाज एवं परामर्श को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं. वहीं, निजी अस्पतालों को बारी-बारी से हफ्ते में 1 दिन बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज करवाने के लिए प्रेरित करने को कहा है. साथ ही नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाने के भी निर्देश दिए हैं.

ये भी पढे़ंः उत्तराखंडः 12.5 एकड़ से ज्यादा भूमि खरीद और जमीन लीज पर देने से संबंधित अध्यादेश राजभवन से मंजूर

दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री की मानें तो सरकार के आदेशों के अनुरूप बुजुर्गों के उचित इलाज की तमाम व्यवस्थाएं अस्पतालों के पास मौजूद है. नई ओपीडी भवन में सीनियर सिटीजन के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन और मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन काउंटर्स बनवाए गए हैं.

उन्होंने कहा कि ओपीडी के दौरान कार्यरत जितने भी सुरक्षाकर्मी हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है कि यदि कोई बुजुर्ग ओपीडी की कतार में खड़े हैं तो उन्हें तत्काल प्राथमिकता के आधार पर डॉक्टर के पास परामर्श के लिए भेजा जाए. वहीं, मेडिसिन विभाग के डॉ. केसी पंत को विशेष रूप से बुजुर्गों के इलाज के करने को कहा गया है. इसके अलावा सीनियर सिटीजन के लिए 10 बेड अस्पताल में रिजर्व रखे गए हैं.

ये भी पढे़ंः गोरखाली गाना और गढ़वाली स्टाइल में झूमकर नाचे आर्मी चीफ बिपिन रावत

गौर हो कि, देहरादून डीएम सी. रविशंकर की अध्यक्षता में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण अधिनियम 2007 के प्रावधानों के उचित अनुपालन के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें स्वास्थ्य विभाग को बुजुर्गों के लिए हर अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर उनका इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद दून मेडिकल कॉलेज में सीनियर सिटीजन के इलाज को प्राथमिकता देते हुए तैयारियां पूरी कर ली है.

Intro: अब देहरादून के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान और भरण पोषण के अलावा राजकीय चिकित्सालय में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। देहरादून के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बुजुर्गों के निशुल्क इलाज के लिए चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया है।


Body:सी रविशंकर ने चिकित्सा विभाग को राजकीय चिकित्सालय में वृद्धों के लिए बेड आरक्षित करने के अलावा ओपीडी में आधा घंटा केवल वरिष्ठ नागरिकों की चिकित्सा एवं परामर्श को प्राथमिकता देने को कहा है, इसके अलावा चिकित्सा एवं परामर्श के लिए प्राथमिकता आधारित करने और निजी चिकित्सालय को बारी-बारी से सप्ताह में 1 दिन बुजुर्गों के निशुल्क इलाज और चिकित्सा करवाने के लिए प्रेरित करवाने और स्वयं भी बीच-बीच में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाने को निर्देशित किया है। इस मामले में दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ एन एस खत्री के मुताबिक सरकार के आदेशों के अनुरूप बुजुर्गों के समीप चित इलाज की तमाम व्यवस्थाएं अस्पताल के पास मौजूद है तो वहीं नई ओपीडी भवन में सीनियर सिटीजंस के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन और मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन काउंटर्स बनवाए गए हैं। ओपीडी के दौरान कार्यरत जितने भी सुरक्षाकर्मी हैं उन्हें निर्देशित किया गया है कि यदि कोई बुजुर्ग ओपीडी की कतार में खड़ा है तो उसे तत्काल प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सक के पास परामर्श के लिए भेजा जाए तो वही मेडिसिन विभाग के डॉ केसी पंत को विशेष रूप से बुजुर्गों के इलाज के लिए कहा गया है इसके अतिरिक्त सीनियर सिटीजंस के लिए 10 बेड अस्पताल में रिजर्व रखे गए हैं ।
बाइट डॉ एन एस खत्री ,डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ,दून मेडिकल कॉलेज


Conclusion:गौरतलब है कि देहरादून के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण अधिनियम 2007 के प्रावधानों के उचित अनुपालन के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया गया है कि बुजुर्गों के लिए प्रत्येक अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर उनका इलाज सुनिश्चित किया जाए इसी क्रम में दून मेडिकल कॉलेज में सीनियर सिटीजन के इलाज को प्राथमिकता देते हुए अपनी ओर से तैयारियां पूरी की है।
Last Updated : Nov 20, 2019, 7:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.