देहरादूनः प्रदेश में वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान और भरण पोषण के अलावा सरकारी अस्पतालों में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. साथ ही सरकारी अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेड आरक्षित करने और इलाज व परामर्श को प्राथमिकता देने को कहा है.
जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में वृद्धों के लिए बेड आरक्षित करने को कहा है. साथ ही ओपीडी में आधा घंटा केवल वरिष्ठ नागरिकों की इलाज एवं परामर्श को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं. वहीं, निजी अस्पतालों को बारी-बारी से हफ्ते में 1 दिन बुजुर्गों के नि:शुल्क इलाज करवाने के लिए प्रेरित करने को कहा है. साथ ही नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाने के भी निर्देश दिए हैं.
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दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री की मानें तो सरकार के आदेशों के अनुरूप बुजुर्गों के उचित इलाज की तमाम व्यवस्थाएं अस्पतालों के पास मौजूद है. नई ओपीडी भवन में सीनियर सिटीजन के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन और मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन काउंटर्स बनवाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि ओपीडी के दौरान कार्यरत जितने भी सुरक्षाकर्मी हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है कि यदि कोई बुजुर्ग ओपीडी की कतार में खड़े हैं तो उन्हें तत्काल प्राथमिकता के आधार पर डॉक्टर के पास परामर्श के लिए भेजा जाए. वहीं, मेडिसिन विभाग के डॉ. केसी पंत को विशेष रूप से बुजुर्गों के इलाज के करने को कहा गया है. इसके अलावा सीनियर सिटीजन के लिए 10 बेड अस्पताल में रिजर्व रखे गए हैं.
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गौर हो कि, देहरादून डीएम सी. रविशंकर की अध्यक्षता में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण अधिनियम 2007 के प्रावधानों के उचित अनुपालन के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें स्वास्थ्य विभाग को बुजुर्गों के लिए हर अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर उनका इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद दून मेडिकल कॉलेज में सीनियर सिटीजन के इलाज को प्राथमिकता देते हुए तैयारियां पूरी कर ली है.