देहरादून: आर्थिक सुस्ती के बीच कारोबारियों के लिए यह दीपावली बेहद खास रहने की उम्मीद है. कुछ लोग इस त्योहारी सीजन में 20 से 25 प्रतिशत की गिरावट रहने की उम्मीद कर रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें तो धार्मिक त्योहारों के दौरान लोग खरीदारी में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं. जिस वजह उन्हें उम्मीद है कि इस बार बाजारों में खरीदारी पिछले सालों की तुलना में अधिक रहेगी. मंदी के बीच कारोबारियों के लिए यह राहत की खबर है.
8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद लोगों की खरीद क्षमता कम होने की बात कही गई. लेकिन इसके बाद 2017 में दीपावली के दौरान अकेले देहरादून में ही 250 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ. गढ़वाल मंडल के अलावा कुमाऊं मंडल में भी करीब ढाई सौ करोड़ से ज्यादा का व्यापार किया गया. देहरादून में करीब 1000 कार दीपावली सीजन 2017 में खरीदी गई. जबकि 900 से ज्यादा टू व्हीलरों को खरीददारी हुई. हालांकि 2017 की दीपावली पर रियल स्टेट बाजार कुछ मंदा दिखाई दिया था.
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साल 2018 में दीपावली के मौके पर बाजार 2017 की तरह ही 200 करोड़ से ज्यादा का रहा. प्रदेशभर की बात करें तो दीपावली और धनतेरस पर करीब 600 करोड़ का कारोबार किया गया. साल 2017 में करीब 1500 से ज्यादा कारे अकेले देहरादून में ही खरीदी गई. जबकि टू व्हीलर में भी भारी संख्या में खरीददारी हुई. इस साल सोने और चांदी की भी खूब खरीदारी हुई थी. करीब 30 करोड़ रुपये का सोना और 20 करोड़ रुपये की चांदी खरीदी गई.
इस बार की दीपावली पर ऑटोमोबाइल सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स, रियल स्टेट, खाद्यान्न, कपड़े, मोबाइल, घरेलू उत्पाद जैसे समानों की जमकर खरीदारी होने की उम्मीद है. प्रदेश भर में 600 करोड़ से ज्यादा की एक बार फिर खरीददारी किए संभावना जताई जा रही है. हालांकि रियल स्टेट पर एक बार फिर मंदी की मार दिख सकती है. जानकारी के अनुसार फिलहाल दून में 500 से ज्यादा कारें बुकिंग की गई हैं.
दीपावली और धनतेरस के मौके पर बाजारों में लोगों के बड़ी संख्या में पहुंचने से बाजार की सुस्ती टूटने की उम्मीद है. खासतौर पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में पिछले कुछ समय से पूरी तरह से खरीददारी में गिरावट देखी गयी है. ऐसे में कुछ हद तक यह त्योहार ऑटोमोबाइल सेक्टर में पसरी मंदी पर काबू पा सकेगा.