देहरादून: उत्तराखंड में स्कूली शिक्षा के अफसरों के लिए समय से परीक्षाएं कराना और उनके परिणाम जारी करना एक बड़ी चुनौती रहा है. खास बात यह है कि विद्यालय शिक्षा में समय पर परीक्षाएं और परिणाम जारी ना होने के कारण इसका असर उच्च शिक्षा पर भी पड़ता है और उच्च शिक्षा में भी समय से सत्र शुरू नहीं हो पाते. इसी को देखते हुए उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने अभी से समय पर परीक्षाएं कराने और फिर उनका परिणाम घोषित करने की कोशिश शुरू कर दी है. इसके लिए शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
उत्तराखंड में बोर्ड परीक्षाओं के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को 30 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने का लक्ष्य दे दिया गया है. यही नहीं, इसके बाद अंक सुधार परीक्षा के परिणाम भी एक महीने बाद यानी 30 मई तक जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. खास बात यह है कि अभी से होने वाली कसरत के बाद राज्य में शैक्षणिक सत्र को समय से पूरा किया जा सकेगा.
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30 अप्रैल तक 10वीं-12वीं परीक्षाओं का परिणाम: उधर उच्च शिक्षा में भी समय से दाखिलों के साथ परीक्षा परिणाम भी घोषित किया जा सकेंगे. फिलहाल शैक्षिक सत्र की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी और मार्च में कराकर 30 अप्रैल तक दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम घोषित करने का कार्यक्रम है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिकारियों को समय से परीक्षाएं कराने और इससे पहले सिलेबस पूरा करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं.