देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लिए थोड़ा मुश्किलों भरा रहा. सत्ता पक्ष सहित विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश की लचर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए. दूसरे दिन की शुरुआत में प्रश्नकाल के दौरान तीसरे सवाल से ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की घेराबंदी शुरू हो गई. सिर्फ विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी अरविंद पांडेय पर सवालों की बौछार कर दी.
केदारनाथ से कांग्रेसी विधायक मनोज रावत ने प्रदेश में रिक्त चल रहे 5 हजार शिक्षकों के पद पर सरकार से सवाल किया. शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे से सवाल पूछा कि ये पद रिक्त क्यों चल रहे हैं? इसके तुरंत बाद ही सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी अरविंद पांडेय को निशाने पर ले लिया. उन्होंने पूछा कि प्रदेश में कहीं शिक्षक कम हैं तो कहीं छात्र. ऐसे में शिक्षा मंत्री बताएं कि आखिर ये स्थिति कब तक साफ होगी?
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वहीं, टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी ने भी अरविंद पांडे पर सवाल दाग दिया. उन्होंने पूछा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत 2017 से अब तक कितना पैसा खर्च किया गया है? इसके तहत कितना धन प्रदेश की शिक्षा में खर्च हुआ.
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इन तमाम सवालों पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे घिरते नजर आए. सदन में अल्प विराम के दौरान बाहर आए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने पत्रकारों को बताया कि सदन के भीतर पूछे गए सवालों का उन्होंने जवाब दे दिया है. रिक्तियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही हैं. प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत तमाम स्कूलों में छात्र-शिक्षकों की संख्या में अनियमितता को समाप्त करने की कोशिश भी की जा रही है.