ETV Bharat / state

विधानसभा सत्र: अपनी ही पार्टी के विधायकों से घिरे शिक्षा मंत्री, सवालों की बौछार

विधानसभा सत्र की कार्यवाही का दूसरा दिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के लिए मुश्किलों भरा रहा. उनकी पार्टी के विधायकों ने ही प्रदेश की लचर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए.

education minister arvind pandey
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय,
author img

By

Published : Dec 5, 2019, 2:03 PM IST

Updated : Dec 5, 2019, 4:26 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लिए थोड़ा मुश्किलों भरा रहा. सत्ता पक्ष सहित विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश की लचर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए. दूसरे दिन की शुरुआत में प्रश्नकाल के दौरान तीसरे सवाल से ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की घेराबंदी शुरू हो गई. सिर्फ विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी अरविंद पांडेय पर सवालों की बौछार कर दी.

पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय

केदारनाथ से कांग्रेसी विधायक मनोज रावत ने प्रदेश में रिक्त चल रहे 5 हजार शिक्षकों के पद पर सरकार से सवाल किया. शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे से सवाल पूछा कि ये पद रिक्त क्यों चल रहे हैं? इसके तुरंत बाद ही सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी अरविंद पांडेय को निशाने पर ले लिया. उन्होंने पूछा कि प्रदेश में कहीं शिक्षक कम हैं तो कहीं छात्र. ऐसे में शिक्षा मंत्री बताएं कि आखिर ये स्थिति कब तक साफ होगी?

पढ़ेंः विधानसभा में उठा आपदा का मुद्दा, पीड़ितों को 10 लाख मुआवजा देने की मांग

वहीं, टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी ने भी अरविंद पांडे पर सवाल दाग दिया. उन्होंने पूछा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत 2017 से अब तक कितना पैसा खर्च किया गया है? इसके तहत कितना धन प्रदेश की शिक्षा में खर्च हुआ.

पढ़ेंः विधायकों के सवालों का ऐसे हरक सिंह रावत ने दिया जवाब, पर नहीं हो सका कोई संतुष्ट

इन तमाम सवालों पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे घिरते नजर आए. सदन में अल्प विराम के दौरान बाहर आए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने पत्रकारों को बताया कि सदन के भीतर पूछे गए सवालों का उन्होंने जवाब दे दिया है. रिक्तियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही हैं. प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत तमाम स्कूलों में छात्र-शिक्षकों की संख्या में अनियमितता को समाप्त करने की कोशिश भी की जा रही है.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लिए थोड़ा मुश्किलों भरा रहा. सत्ता पक्ष सहित विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश की लचर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए. दूसरे दिन की शुरुआत में प्रश्नकाल के दौरान तीसरे सवाल से ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की घेराबंदी शुरू हो गई. सिर्फ विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी अरविंद पांडेय पर सवालों की बौछार कर दी.

पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय

केदारनाथ से कांग्रेसी विधायक मनोज रावत ने प्रदेश में रिक्त चल रहे 5 हजार शिक्षकों के पद पर सरकार से सवाल किया. शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे से सवाल पूछा कि ये पद रिक्त क्यों चल रहे हैं? इसके तुरंत बाद ही सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी अरविंद पांडेय को निशाने पर ले लिया. उन्होंने पूछा कि प्रदेश में कहीं शिक्षक कम हैं तो कहीं छात्र. ऐसे में शिक्षा मंत्री बताएं कि आखिर ये स्थिति कब तक साफ होगी?

पढ़ेंः विधानसभा में उठा आपदा का मुद्दा, पीड़ितों को 10 लाख मुआवजा देने की मांग

वहीं, टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी ने भी अरविंद पांडे पर सवाल दाग दिया. उन्होंने पूछा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत 2017 से अब तक कितना पैसा खर्च किया गया है? इसके तहत कितना धन प्रदेश की शिक्षा में खर्च हुआ.

पढ़ेंः विधायकों के सवालों का ऐसे हरक सिंह रावत ने दिया जवाब, पर नहीं हो सका कोई संतुष्ट

इन तमाम सवालों पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे घिरते नजर आए. सदन में अल्प विराम के दौरान बाहर आए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने पत्रकारों को बताया कि सदन के भीतर पूछे गए सवालों का उन्होंने जवाब दे दिया है. रिक्तियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही हैं. प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत तमाम स्कूलों में छात्र-शिक्षकों की संख्या में अनियमितता को समाप्त करने की कोशिश भी की जा रही है.

Intro:Note- इस खबर में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की बाइट Live U से भेजी जा रही है।

एंकर- उत्तराखंड विधानसभा में चार रहे शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लिए थोड़ा मुश्किल भरा रहा। सत्ता पक्ष सहित विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश की शिक्षा की लचर शिक्षा व्यवथा पर उठाए सवाल।


Body:वीओ- गुरुवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुवात में हुआ प्रशकाल में तीसरे सवाल से ही शुक्षा मंन्त्री अरविंद पांडे की घेराबंदी शुरू हो गयी। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने प्रदेश में रिक्त पड़े 5 हजार शिक्षकों पर सरकार के शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे से सवाल पूछा गया तो वहीं सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने पूछा कि प्रदेश में कही शिक्षक कम है तो कही छात्र ऐसे में शिक्षा मंत्री बताए कि आखिर कब ये स्थिति साफ होगी।

वही इसके अलावा टीहरी से भाजपा विधायक धनसिंह नेगी ने पूछा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत 2017 से अब तक कितना पैसा खर्च किया गया है। और इसके तहत कितना प्रदेश की में शिक्षा के छेत्र में काम हुआ है।

इन तमाम सवालों पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे घिरते नजर आए। सदन से बाहर आये शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि सदन के भीतर पूछे गए सवालों का उन्होंने जवाब दिया। रिक्तियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलाई ज रही है। प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत तमाम स्कूलों में छात्र-शिक्षकों की संख्या में अनियमितता को समाप्त करने की कोशिश की जा रहीं है।

बाइट- अरविंद पांडे, शिक्षा मंत्री


Conclusion:
Last Updated : Dec 5, 2019, 4:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.