देहरादून: लॉकडाउन का छठे दिन भी कामगारों की माथे पर चिंता की लकीरें देखने को मिली. ऐसे में दूसरे राज्यों से देहरादून में काम करने आए मजदूर सैकड़ों की तादाद में पैदल ही अपने घरों की और लौटते दिखे. वहीं, इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोका और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया. साथ ही उनके रहने और खाने की व्यवस्था की.
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से देहरादून शहर में पूर्वी उत्तरप्रदेश सहित उत्तराखंड की सीमा से सटे शहरों से देहरादून में मजदूरी करने के आए सैकड़ों मजदूरों की परेशानियां बढ़ गई है. ऐसे में ये सभी मजदूर मीलों का सफर तय करते हुए अपने गंतव्यों के लिए निकल पड़े हैं. देहरादून रिस्पना पुल पर सुबह से लेकर देर शाम तक शहर के अलग-अलग इलाकों से मजदूर पहुंच रहे थे. जो शहर से पैदल ही बाहर निकलने के लिए मजबूर हैं.
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वहीं, इस मौके पर ईटीवी भारत के संवाददाता धीरज सजवाण ने सूरते हाल जाना और इन मजदूरों से बातचीत करने पर पता चला की रिस्पना पुल पर मैजूद उत्तराखंड पुलिस ने इन मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जानकारी दे रही है. साथ ही इनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था भी कर रही है.
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पुलिस कर्मियों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि रोजाना इस तरह के लोग शहर के अलग इलाकों से बाहर निकल कर आ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि इन लोगों के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी व्यवस्था कर रहा है. पुलिसकर्मियों का कहना है कि लॉकडाउन पर आप पैदल अपने घरों के लिए ना निकलें क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का बहुत जोखिम है. वहीं, स्थानीय प्रशासन द्वारा भी इन लोगों के लिए पूरी व्यवस्था की गई है.