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चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, धामों में बढ़ाई गई हजार भक्तों की संख्या, केदारनाथ में दर्शन का समय भी बढ़ा

चारधाम यात्रा में पहुंच रहे श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या देखते हुए अब उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों के लिए पहुंच रहे भक्तों की संख्या में प्रतिदिन के हिसाब में बढ़ोतरी कर दी है. सभी धामों में हजार यात्रियों की संख्या बढ़ा दी गई है. इस हिसाब में अब बदरीनाथ में 16 हजार, केदारनाथ में 13 हजार, गंगोत्री में 8 हजार और यमुनोत्री में 5 हजार भक्त रोजाना दर्शन कर सकेंगे.

chardham yatra.
चारधाम यात्रा.
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Published : May 10, 2022, 6:22 PM IST

Updated : May 11, 2022, 2:01 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अब अपने शबाब पर चढ़ने लगी है. 3 मई से शुरू हुई यात्रा में मंगलवार 10 मई तक तकरीबन दो लाख से ज्यादा यात्री दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार चारधाम यात्रा इतिहास बनाएगी. हर दिन लगातार बढ़ रही यात्रियों की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हर दिन दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में हर दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हजार लोगों की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के समय में पांच घंटे की बढ़ोतरी की गई है. सुबह 4 से दोपहर 3 बजे और फिर शाम 4 बजे से रात साढ़े 10 बजे तक भक्तगण बाबा के दर्शन कर सकेंगे.

बता दें कि, अबतक उत्तराखंड के इन चारों धामों पर प्रत्येक दिन दर्शन के लिए समय और यात्रियों की संख्या निर्धारित थी. केदारनाथ धाम में हर दिन रात 9 बजे तक 12 हजार यात्रियों के दर्शन की अनुमति थी, बदरीनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में 7 हजार तो यमुनोत्री में 4 हजार यात्रियों को प्रतिदिन दर्शन की अनुमति थी. अब हर धाम में 1000 यात्रियों की संख्या बढ़ाए जाने के बाद केदारनाथ में प्रत्येक दिन 13 हजार, बदरीनाथ में 16 हजार, गंगोत्री में प्रत्येक दिन 8000 और यमुनोत्री में प्रत्येक दिन 5000 तीर्थयात्री भगवान के दर्शन कर पाएंगे.
इसे भी पढ़ें- चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का PMO ने लिया संज्ञान, 22 मौतों की रिपोर्ट मांगी

रजिस्ट्रेशन अनिवार्य: इसके साथ ही सरकार ने साफ कहा है कि श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य है. बिना पंजीकरण कोई यात्री चारधाम यात्रा पर नहीं आ पाएगा. सत्यापन के लिए सभी पुलिस चौकियों पर इसकी कड़ाई से और नियमित रूप से जांच के निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड के लोगों को भी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो यहां आने से पहले अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं, साथ ही यहां रुकने व दर्शन की व्यवस्था भी पहले से करें. रजिस्ट्रेशन की जांच जगह-जगह यात्रा मार्ग और पुलिस चौकियों पर की जाएगी. https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर विजिट पर पंजीकरण करवाए. वर्तमान में चारधाम यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर ऑफलाइन व ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य संबंधी अभी कोई एडवाइजरी नहीं: इसके अलावा हम बात करें चारधाम यात्रा में लगातार होने वाली मौतों की, तो फिलहाल सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाएं जो पहले से की गई है उन्हीं को और सुचारू किया जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा भी चार धाम यात्रा में हो रही यात्रियों की मौतों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ज्यादा कुछ न कहते हुए कहा कि, तमाम व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं.
इसे भी पढ़ें- चारधाम यात्रा में पहुंचा आस्था का सैलाब, चारों धामों में बढ़ाई यात्रियों की संख्या

शासन की तरफ से जारी हेल्थ एडवाइजरी:

  • स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें.
  • पहले से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर अवश्य साथ रखें.
  • अति बुजुर्ग एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा.
  • गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें.
  • हृदय रोग, श्वसन रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें. इन बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाईयां साथ रखे एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाइयों एवं परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें.
  • लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना. खांसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे एवं 104 हेल्पलाइन नम्बर पर सम्पर्क करें.
  • धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें.
  • सनस्क्रीन एसपीएफ 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें.

15-15 दिन के लिए डॉक्टरों की तैनाती: स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिलाधिकारी चमोली के अनुरोध पर एक फिजीशियन को तत्काल जिला अस्पताल गोपेश्वर में तैनात करने के निर्देश स्वास्थ्य महानिदेशक को दिए गए हैं. वहीं, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को 15-15 दिन के लिए रोस्टर के आधार पर चारधाम यात्रा के लिए डॉक्टरों की तैनाती करने को कहा गया है. इमरजेंसी में मरीजों और पीड़ित तीर्थयात्रियों को तत्काल राहत के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है. ऐसी स्थिति में तीर्थयात्री को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया जाएगा.

गौर हो कि अब तक चारधाम की यात्रा पर रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. मंगलवार 10 मई दोपहर तक श्रद्धालुओं के चारधाम पहुंचने का आंकड़ा 2 लाख के पार पहुंच चुका है. केवल सोमवार 9 मई को ही चारों धामों में 47,247 यात्री पहुंचे थे. सोमवार 9 मई को सबसे ज्यादा 18,183 यात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए. वहीं, दूसरे नंबर पर 14,231 यात्रियों ने बदरी विशाल के दर्शन किए तो गंगोत्री में 7,572 और यमुनोत्री में 7,261 यात्रियों ने दर्शन किए.

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अब अपने शबाब पर चढ़ने लगी है. 3 मई से शुरू हुई यात्रा में मंगलवार 10 मई तक तकरीबन दो लाख से ज्यादा यात्री दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार चारधाम यात्रा इतिहास बनाएगी. हर दिन लगातार बढ़ रही यात्रियों की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हर दिन दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में हर दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हजार लोगों की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के समय में पांच घंटे की बढ़ोतरी की गई है. सुबह 4 से दोपहर 3 बजे और फिर शाम 4 बजे से रात साढ़े 10 बजे तक भक्तगण बाबा के दर्शन कर सकेंगे.

बता दें कि, अबतक उत्तराखंड के इन चारों धामों पर प्रत्येक दिन दर्शन के लिए समय और यात्रियों की संख्या निर्धारित थी. केदारनाथ धाम में हर दिन रात 9 बजे तक 12 हजार यात्रियों के दर्शन की अनुमति थी, बदरीनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में 7 हजार तो यमुनोत्री में 4 हजार यात्रियों को प्रतिदिन दर्शन की अनुमति थी. अब हर धाम में 1000 यात्रियों की संख्या बढ़ाए जाने के बाद केदारनाथ में प्रत्येक दिन 13 हजार, बदरीनाथ में 16 हजार, गंगोत्री में प्रत्येक दिन 8000 और यमुनोत्री में प्रत्येक दिन 5000 तीर्थयात्री भगवान के दर्शन कर पाएंगे.
इसे भी पढ़ें- चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का PMO ने लिया संज्ञान, 22 मौतों की रिपोर्ट मांगी

रजिस्ट्रेशन अनिवार्य: इसके साथ ही सरकार ने साफ कहा है कि श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य है. बिना पंजीकरण कोई यात्री चारधाम यात्रा पर नहीं आ पाएगा. सत्यापन के लिए सभी पुलिस चौकियों पर इसकी कड़ाई से और नियमित रूप से जांच के निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड के लोगों को भी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो यहां आने से पहले अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं, साथ ही यहां रुकने व दर्शन की व्यवस्था भी पहले से करें. रजिस्ट्रेशन की जांच जगह-जगह यात्रा मार्ग और पुलिस चौकियों पर की जाएगी. https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर विजिट पर पंजीकरण करवाए. वर्तमान में चारधाम यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर ऑफलाइन व ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य संबंधी अभी कोई एडवाइजरी नहीं: इसके अलावा हम बात करें चारधाम यात्रा में लगातार होने वाली मौतों की, तो फिलहाल सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाएं जो पहले से की गई है उन्हीं को और सुचारू किया जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा भी चार धाम यात्रा में हो रही यात्रियों की मौतों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ज्यादा कुछ न कहते हुए कहा कि, तमाम व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं.
इसे भी पढ़ें- चारधाम यात्रा में पहुंचा आस्था का सैलाब, चारों धामों में बढ़ाई यात्रियों की संख्या

शासन की तरफ से जारी हेल्थ एडवाइजरी:

  • स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें.
  • पहले से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर अवश्य साथ रखें.
  • अति बुजुर्ग एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा.
  • गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें.
  • हृदय रोग, श्वसन रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें. इन बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाईयां साथ रखे एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाइयों एवं परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें.
  • लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना. खांसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे एवं 104 हेल्पलाइन नम्बर पर सम्पर्क करें.
  • धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें.
  • सनस्क्रीन एसपीएफ 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें.

15-15 दिन के लिए डॉक्टरों की तैनाती: स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिलाधिकारी चमोली के अनुरोध पर एक फिजीशियन को तत्काल जिला अस्पताल गोपेश्वर में तैनात करने के निर्देश स्वास्थ्य महानिदेशक को दिए गए हैं. वहीं, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को 15-15 दिन के लिए रोस्टर के आधार पर चारधाम यात्रा के लिए डॉक्टरों की तैनाती करने को कहा गया है. इमरजेंसी में मरीजों और पीड़ित तीर्थयात्रियों को तत्काल राहत के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है. ऐसी स्थिति में तीर्थयात्री को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया जाएगा.

गौर हो कि अब तक चारधाम की यात्रा पर रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. मंगलवार 10 मई दोपहर तक श्रद्धालुओं के चारधाम पहुंचने का आंकड़ा 2 लाख के पार पहुंच चुका है. केवल सोमवार 9 मई को ही चारों धामों में 47,247 यात्री पहुंचे थे. सोमवार 9 मई को सबसे ज्यादा 18,183 यात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए. वहीं, दूसरे नंबर पर 14,231 यात्रियों ने बदरी विशाल के दर्शन किए तो गंगोत्री में 7,572 और यमुनोत्री में 7,261 यात्रियों ने दर्शन किए.

Last Updated : May 11, 2022, 2:01 PM IST
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