देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग काफी बढ़ गई है. इसी का फायदा उठाकर कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी भी कर रहे है. हालांकि पुलिस और प्रशासन के साथ ड्रग्स कंट्रोल विभाग भी ऐसे लोगों पर नजर रखा रहा है. वहीं शनिवार को ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने राज्य के कई बड़े हॉस्पिटलों को रेमडेसिविर इंजेक्शन मुहैया कराया.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में राहत की खबर यह है कि राज्य सरकार को केंद्र से रेमडेसिविर के तीन हजार इंजेक्शन मिले है. शुक्रवार देर रात ड्रग्स कंट्रोल ताजवर जग्गी के नेतृत्व में स्वास्थ विभाग की टीम ने देहरादून के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों तक यह इंजेक्शन पहुंचाए हैं. कुछ अस्पतालों की डिमांड को देखते हुए दून के कई हॉस्पिटलों ने अपना कोटा कम कर उनको अतिरिक्त इंजेक्शन दिए हैं.
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ड्रग कंट्रोलर ने बताया कि जल्दी इंजेक्शन की नई खेप भी आने वाली है. यदि किसी भी अस्पताल को इंजेक्शन को लेकर कोई परेशानी है तो वो इसकी शिकायत ड्रग कंट्रोल विभाग के कर सकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी मेडिकल स्टोर प्रिंट रेट से ज्यादा पर दवाई देता है तो इसकी शिकायत तत्काल विभागिय अधिकारियों से करें. उसके खिलाफ तुंरत कार्रवाई की जाएगी.
किस हॉस्पिटल को दिए गए कितने इंजेक्शन
हॉस्पिटल | इंजेक्शन की संख्या |
दून मेडिकल कॉलेज | 840 |
एम्स ऋषिकेश | 100 |
श्री महंत इंद्रेश अस्पताल | 50 |
सिनर्जी अस्पताल | 60 |
हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट | 120 |
आरोग्यधाम अस्पताल | 48 |
सीएमआई अस्पताल | 60 |
कैलाश हॉस्पिटल | 60 |
अरिहंत अस्पताल | 60 |
इसके अलावा हरिद्वार, पौड़ी, उधम सिंह नगर, नैनीताल और उत्तरकाशी जिलों के हॉस्पिटलों में रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई की गई है.