देहरादून: चारधाम यात्रा के सुरक्षित और निर्विघ्न संचालन के लिए सरकार की ओर से तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यात्रा मार्गों पर 170 ड्रोन कैमरों से नजर रखे जाने का भी फैसला लिया है. अलग-अलग स्थानों पर बनने वाले यात्री सुविधा केंद्रों के आसपास ये ड्रोन कैमरे निगरानी रखेंगे. वहीं उत्तराखंड सरकार यात्रा को लेकर किसी भी तरीके की कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार यात्रा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी नजर: प्रदेश की भाजपा प्रवक्ता हनी पाठक का कहना है कि राज्य में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो और यात्रा मार्गों पर यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे, इसको लेकर यात्रा मार्गों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी, ताकि मार्गों की मौजूदा स्थिति का पता लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा की दृष्टि से एक अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था और उनकी सुरक्षा को लेकर बेहतर कदम उठाए हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी ने सरकार की तैयारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी यात्रा को सुचारू बनाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है. लेकिन सरकार की पोल यात्रा शुरू होते ही खुल जाती है.
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सुविधाओं को लेकर कांग्रेस हमलावर: कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है कि पिछले साल यात्रा को लेकर सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन तब तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाओं से जूझना पड़ा था. इसी तरह यात्रियों के लिए यातायात और रहने की व्यवस्था चरमरा गई थी. इस बार सरकार ने तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए ड्रोन से निगरानी रखने का फैसला लिया है, लेकिन राज्य सरकार को पिछली यात्रा से सबक लेकर इस बार यात्रा मार्गों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, पार्किंग, यात्रियों के रहने की समुचित व्यवस्थाओं के इंतजाम करने चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल बयानबाजी से यह व्यवस्थाएं सुधरने वाली नहीं हैं, बल्कि सरकार को युद्ध स्तर पर इन व्यवस्थाओं को सुधारने की जरूरत है. ताकि यात्रियों को चारधाम यात्रा में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो और यात्री उत्तराखंड से एक अच्छा संदेश लेकर वापस लौटें.