देहरादून: बीते सोमवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के ओपीडी ब्लॉक स्थित डेमोंस्ट्रेशन रूम के छत की सीलिंग भरभरा कर गिर गई. जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इस मामले की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों के अलावा शासन को भी दे दी है. जिसमें निर्माण कार्य कर रही उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम पर कार्रवाई करने की बात कही गई है.
दून मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि निर्माणाधीन कंपनी की लापरवाही को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य समेत हायर अथॉरिटीज को बता दिया है. उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन कंपनी के खिलाफ एफआईआर शासन स्तर पर ही की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन के पास संबंधित कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार नहीं है. एनएस खत्री के अनुसार अस्पताल मैनेजमेंट ने इस संबंध में हायर अथॉरिटी को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही है. वहीं इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
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बता दें कि अस्पताल के नए ओपीडी भवन का शुभारंभ बीती मार्च में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था. इमारत का निर्माण उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा किया गया है. शुभारंभ से कुछ दिनों पहले ओपीडी भवन के मुख्य द्वार का छज्जा भी भरभरा कर गिर पड़ा था. वहीं कुछ महीनों के बाद अब डेंटल यूनिट के ओपीडी ब्लॉक के डेमो रूम की सीलिंग का एक हिस्सा टूटना निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.