देहरादूनः रेलवे स्टेशन कायाकल्प होने के बाद खूबसूरत नजर आने लगा है. दशकों से जर्जर हालत और सुविधाओं के अभाव में रहने वाला ये रेलवे स्टेशन अब नए स्वरूप में तैयार हो चुका है. इतना ही नहीं स्टेशन को आवश्यक सुविधाओं से लैस किया गया है. हालांकि, कोरोना काल में ट्रेनों की आवाजाही न होने से स्टेशन में इन दिनों सन्नाटा पसरा है. स्टेशन की सूरत बदलने का ये पहला मौका है.
डोईवाला रेलवे स्टेशन में वैसे तो शताब्दी और जन शताब्दी जैसी बड़ी गाड़ियां फिलहाल नहीं रुकती हैं. लेकिन कई राज्यों में ऐसी ट्रेनें हैं, जो इस स्टेशन में रुक कर ही आगे बढ़ती हैं. इससे पहले स्टेशन में यात्रियों के लिए ठहरने और बैठने से लेकर तमाम तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी. जिसके चलते यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब स्टेशन की सूरत बदल दी गई है.
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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्टेशन मास्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन में एक यार्ड की जगह तीन यार्ड के साथ सभी यात्री सुविधाओं को तैयार किया गया है. ऐसे में अब यहां यात्रियों को सुविधा मुहैया कराते हुए एक साथ तीन ट्रेनें समयानुसार रुक सकती हैं. नए डेवलपमेंट के रूप में यात्रियों के विश्राम घर से लेकर स्वच्छ जल समेत व्यवस्थित टिकट काउंटर भी बड़े स्टेशनों की तरह तैयार किए गए हैं.
स्टेशन मास्टर प्रवीण ने बताया कि पहले बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांग यात्रियों को पुराने ढंग से तैयार प्लेटफार्म पर चढ़ने-उतरने में समस्या होती थी, लेकिन अब उन सभी लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नए तरीके से प्लेटफॉर्म को सुविधाजनक रूप में तैयार किया गया है. जिससे सभी तरह के यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके. कई सालों से रेलवे स्टेशन के विकास को लेकर लगातार मांग चल रही थी. जो अब पूरी हो गई है.
जानिए क्यों महत्वपूर्ण है डोईवाला रेलवे स्टेशन
डोईवाला रेलवे स्टेशन, देहरादून के मुख्य स्टेशन से महज 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. डोईवाला रेलवे स्टेशन की जरूरत इसलिए भी है, क्योंकि हरिद्वार, रुड़की, देहरादून और आस-पास की जगहों से आने वाले लोगों के लिए ये एक मात्र स्टेशन है. जहां से उतरकर वो जॉलीग्रांट एयरपोर्ट जा सकते हैं. जॉलीग्रांट एयरपोर्ट की दूरी स्टेशन से महज 8 किलोमीटर दूर है. स्टेशन के कायाकल्प करने का मुख्य उद्देश्य ये है कि मौजूदा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी डोईवाला विधानसभा से विधायक हैं.
वो लगातार रेल मंत्रालय से इस स्टेशन की कायाकल्प करने की गुजारिश करते रहे हैं. इतना ही नहीं ऋषिकेश जाने वाले लोग भी इस स्टेशन का प्रयोग करते हैं. इसके अलावा तराई के इलाकों से इलाज के लिए जॉलीग्रांट आने वाले लोग भी इस स्टेशन का इस्तेमाल करते हैं. लिहाजा, डोईवाला रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के अन्य रेलवे स्टेशनों की तरह ही बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में सुविधा बढ़ने से अब लोगों को पूर्व में हो रही दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.