देहरादून: आतंकवादी घटना, मर्डर मिस्ट्री या फिर शहर की सुरक्षा इन सभी के लिए हमारे देश के जवान हमेशा मुस्तैद रहते हैं और इन जवानों का साथ देती है डॉग स्क्वायड, जो आर्मी और पुलिस जवानों की तरह ही देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती है. उत्तराखंड के छह जिलों के डॉग स्क्वायड में कुल 18 डॉग्स हैं. साथ ही 2 डॉग्स ट्रेनिंग ले रहे हैं.
देहरादून डॉग स्क्वायड के पास वर्तमान समय में तीन डॉग्स हैं. वहीं दो को ट्रेनिंग देकर दूसरे जिलों में भेजने की तैयारी चल रही है. डॉग स्क्वायड की ड्यूटी भी पुलिसकर्मियों से कम नहीं होती. बल्कि डॉग्स भी 8 से 10 घंटे की ड्यूटी करते हैं. साथ ही अच्छा काम करने पर सम्मानित भी किये जाते हैं.
देहरादून डॉग स्क्वायड की बात करें तो इनके पास तीन डॉग्स हैं. जो पुलिस लाइन में रहकर ट्रेनिंग के साथ सीएम आवास की सुरक्षा और शहर में जरूरत पढ़ने पर ड्यूटी दे रहे हैं. राजधानी में चोरी, मर्डर, ट्रेकर के लिए डॉग स्क्वायड में एंजिल नाम का जीएसडी नस्ल का डॉग्स है. जो 23 मार्च 2012 से पुलिस विभाग के साथ काम कर रहा है.
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वहीं लेब्राडोर नस्ल की सोफी 25 जनवरी 2015 से पुलिस विभाग में सेवा दे रही है. सोफी रोज सुबह सीएम आवास में ड्यूटी करती है. साथ ही किसी स्थान पर बम की सूचना मिलने पर सोफी ही बम को तलाशने में मददगार साबित होती है. तीसरी लेब्राडोर नस्ल की जैनी 25 जनवरी 2015 से नारकोटिक्स विभाग के साथ काम कर रही है.
तीनों डॉग्स को सुबह दूध, अंडा, रोटी और हरी सब्जी और शाम को मटन के साथ रोटियां दी जाती हैं. साथ ही डॉक्टरों की देखरेख में इन तीनों को प्रोटीन दिए जाते हैं. इन तीनों डॉग्स को छह ट्रेनर तैयार करते हैं. एक डॉग्स के लिए हमेशा 2 ट्रेनर साथ में जाते हैं.
इन जिलों में डॉग स्क्वायड की संख्या
देहरादून-3
हरिद्वार-3
पिथौरागढ़-2
उधम सिंह नगर-2
नैनीताल-3
चमोली-1
आईटीबीपी के डॉग स्क्वायड में हाल ही में 2 डॉग्स ट्रेनिंग ले रहे हैं और एसडीआरएफ के डॉग स्क्वायड में दो डॉग्स ड्यूटी और दो डॉग्स ट्रेनिंग ले रहे हैं. डॉग स्क्वायड के इंस्पेक्टर कमलेश पंत ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में तीन डॉग्स हैं. जो अपने-अपने क्षेत्रों बम स्क्वायड, नारकोटिक्स और ट्रेकर में कुशलता से काम करते हैं. उन्होंने बताया कि तीन डॉग्स के साथ छह लोग होते हैं. जिसमें 3 हैडर और 3 असिस्टेंट होते हैं. आईटीबीपी के डॉग स्क्वायड में हाल ही में 2 डॉग्स ट्रेनिंग ले रहे हैं. साथ ही देहरादून में भी दो डॉग्स ट्रेनिंग ले रहे हैं.