देहरादून: राजधानी दूम में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. दून अस्पताल में वर्तमान में 26 मरीज भर्ती हैं. इनमें से 10 मरीज ऐसे हैं, जो 21 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के हैं. ऐसे में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने विशेषकर विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को ओमीक्रोन से सावधान रहने की अपील की है. विशेषज्ञों ने अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों से लापरवाही ना बरतने को कहा है.
बता दें कि जिन लोगों को बुखार, बदन दर्द, पीठ दर्द, गला खराब होने, खांसी, दस्त आदि की शिकायत हो रही है, ऐसे लोगों को विशेषज्ञों ने ओमीक्रोन से सतर्क रहने के लिए कहा है, क्योंकि यह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है और ज्यादातर मामलों में यह लक्षण पाए जाते हैं लेकिन, जो मरीज बड़ी आयु के हैं या फिर पुरानी बीमारियों से ग्रसित हैं. उनके लिए यह जानलेवा हो सकता है.
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि यदि किसी मरीज में ऐसे लक्षण पाये जा रहे हैं तो इन लक्षणों को ना छुपाया जाए और अस्पतालों की फ्लू ओपीडी में जाकर जरूर दिखाएं. इसके अलावा अपनी कोरोना टेस्टिंग जरूर कराएं. उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर से अवश्य परामर्श लेकर दवाइयां लें. साथ ही पुराने मरीज प्रिसक्राइब दवाइयों को ना छोड़े.
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हाल ही में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दून अस्पताल में बीते दिन 4 नए संक्रमित मरीज भर्ती हुए हैं, जबकि अस्पताल की ओर से 8 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. 9 मरीज दून अस्पताल के आईसीयू यूनिट में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. ऐसे में अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लोगों से ओमीक्रोन को हल्के में ना लेने का आग्रह किया है, ताकि संक्रमण पर काबू पाया जा सके.