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World Heart Day: ऐसे बचाई जा सकती है हार्ट अटैक से मरीज की जान, कारगर है ये तरीका

हार्ट अटैक आने पर मरीज को प्राथमिक उपचार देना बहुत जरूरी है. इससे एंबुलेंस के आने तक मरीज को थोड़ी राहत जरूर मिलती है.

ऐसे बचाई जा सकती है हार्ट अटैक मरीज की जान.
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Published : Sep 29, 2019, 8:34 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 8:44 AM IST

देहरादून: आज की इस भाग-दौड़ की जिंदगी में अपनी सेहत का ख्याल रख पाना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं, आए दिन हार्ट के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हार्टअटैक के आने पर कैसे इससे बचा जाए. इसके लिए देखिए हार्ट अटैक से जान बचाने के तरीके दिखाता ये वीडियो...

ऐसे बचाई जा सकती है हार्ट अटैक मरीज की जान.

हार्ट अटैक आने की स्थिति में क्या करें
हार्टअटैक आने पर फौरन मरीज को आरामदायक स्थिति में लेटा दें. इसके बाद मरीज को खून पतला करने की गोली सामान्य से ज्यादा मात्रा में दें, जिससे खून का थक्का न बन सके. यदि मरीज बेहोश हो गया है तो सबसे पहले उसकी नब्ज चेक करें और फिर बाएं हाथ के ऊपर दायें हाथ की हथेली रखकर कोहनी को शरीर के पास चिपकाते हुए ताकत से मरीज की छाती को पम्प करना चाहिए. ऐसा तेजी से 30 बार करें. इसके बाद मरीज की तकिया हटाकर उसकी ठोढ़ी को ऊपर करें. इससे सांस की नली का अवरोध खत्म हो जाएगा. फिर ठोढ़ी पकड़कर मुंह खोल दें और नाक को बंद करते हुई लंबी सांस लेकर मरीज को कृत्रिम सांस दें. इसके बाद फिर उसी प्रक्रिया में छाती को पम्प करते रहे, करीब 3-4 बार ऐसा दोहराएं. मरीज के होश में आते ही उसे एस्प्रिन चूसने को दें. साथ ही एंबुलेंस को बुलवाकर नजदीकी अस्पताल में मरीज को पहुंचाएं.

ये भी पढ़ें: WORLD HEART DAY: इन चीजों से खुद को रखें दूर, दिल रहेगा दुरुस्त

हार्ट अटैक के मरीज को इस तरह प्राथमिक उपचार मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है. इस दौरान इस बात का ध्यान रहे कि मरीज को बेहतर अस्पताल में जल्द से जल्द पहुंचाया जाए, जिससे ईसीजी के बाद उसको फौरन इलाज मिल सके.

देहरादून: आज की इस भाग-दौड़ की जिंदगी में अपनी सेहत का ख्याल रख पाना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं, आए दिन हार्ट के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हार्टअटैक के आने पर कैसे इससे बचा जाए. इसके लिए देखिए हार्ट अटैक से जान बचाने के तरीके दिखाता ये वीडियो...

ऐसे बचाई जा सकती है हार्ट अटैक मरीज की जान.

हार्ट अटैक आने की स्थिति में क्या करें
हार्टअटैक आने पर फौरन मरीज को आरामदायक स्थिति में लेटा दें. इसके बाद मरीज को खून पतला करने की गोली सामान्य से ज्यादा मात्रा में दें, जिससे खून का थक्का न बन सके. यदि मरीज बेहोश हो गया है तो सबसे पहले उसकी नब्ज चेक करें और फिर बाएं हाथ के ऊपर दायें हाथ की हथेली रखकर कोहनी को शरीर के पास चिपकाते हुए ताकत से मरीज की छाती को पम्प करना चाहिए. ऐसा तेजी से 30 बार करें. इसके बाद मरीज की तकिया हटाकर उसकी ठोढ़ी को ऊपर करें. इससे सांस की नली का अवरोध खत्म हो जाएगा. फिर ठोढ़ी पकड़कर मुंह खोल दें और नाक को बंद करते हुई लंबी सांस लेकर मरीज को कृत्रिम सांस दें. इसके बाद फिर उसी प्रक्रिया में छाती को पम्प करते रहे, करीब 3-4 बार ऐसा दोहराएं. मरीज के होश में आते ही उसे एस्प्रिन चूसने को दें. साथ ही एंबुलेंस को बुलवाकर नजदीकी अस्पताल में मरीज को पहुंचाएं.

ये भी पढ़ें: WORLD HEART DAY: इन चीजों से खुद को रखें दूर, दिल रहेगा दुरुस्त

हार्ट अटैक के मरीज को इस तरह प्राथमिक उपचार मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है. इस दौरान इस बात का ध्यान रहे कि मरीज को बेहतर अस्पताल में जल्द से जल्द पहुंचाया जाए, जिससे ईसीजी के बाद उसको फौरन इलाज मिल सके.

Intro:स्पेशल रिपोर्ट....

feed ftp से भेजी है....

summary-ईटीवी भारत की ये रिपोर्ट देखकर आप किसी जरूरतमंद की जान बचा सकते हैं...हार्टअटैक की स्थिति में क्या करें मरीज के साथ...और कैसे बंद धड़कने फिर धड़कने लगेंगी...इसकी पूरी जानकारी देती हमारी ये स्पेशल रिपोर्ट...साथ ही देखिये जान बचाने वाला ये लाइव डेमोंस्ट्रेशन...


Body:हार्टअटैक के बढ़ते खतरे को देखते हुए..यह जरूरी है कि हर कोई यह जाने कि कैसे हार्टअटैक आने पर फौरन मरीज को प्रारंभिक उपचार देना है... यूं तो पहले हार्टअटैक का खतरा 55 साल के बाद ही होता था..लेकिन व्यायाम न करने और अनहेल्दी खान-पान ने इस खतरे को युवाओं में भी बढ़ा दिया है...ऐसे में यदि कभी आपके आस-पास किसी को हार्टअटैक आ जाये तो जानिए आपको फौरन क्या करना है...

हार्ट अटैक आने की स्थिति में क्या करें

हार्टअटैक आने पर फौरन मरीज को आरामदायक स्थिति में लेटा दें...इसके बाद मरीज को खून पतला करने की गोली सामान्य से ज्यादा मात्रा में दें...ताकि खून का थक्का न बने...यदि मरीज बेहोस हो गया है तो सबसे पहले उसकी नब्ज चैक करें और फिर बाएं हाथ के ऊपर दाये हाथ की हथेली रखकर कोहनी को शरीर के पास चिपकाते हुए ताकत से मरीज की छाती को धक्का दें..ऐसा तेजी से 30 बार करें...इसके बाद मरीज की तकिया हटाकर उसकी ठोढ़ी को ऊपर करें... इससे सांस की नली का अवरोध खत्म हो जाएगा...फिर ठोढ़ी पकड़कर मुँह खोल दें और नाक को बंद करते हुई लंबी सांस लेकर मरीज को कृत्रिम सांस दें...इसके बाद फिर उसी प्रक्रिया में छाती को धक्का दें...करीब 3-4 बार ऐसा दोहराएं...मरीज के होश में आते ही उसे एस्प्रिन चुसायें...साथ ही एंबुलेंस को बुलवाकर नजदीकी अस्पताल में मरीज को पहुंचाएं...

हार्ट अटैक के मरीज को इस तरह प्राथमिक उपचार मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है... इस दौरान इस बात का ध्यान रहे कि मरीज को बेहतर अस्पताल में जल्द से जल्द पहुंचाया जाए... ताकि ईसीजी के बाद उसको फौरन इलाज मिल सके।।।

हार्टअटैक के दौरान इस प्रक्रिया को कैसे करना है..ईटीवी भारत ने इसके लिए डॉक्टर मनीरा धस्माना और डॉ अंजलि शर्मा से बात की....देखिये वीडयो.....डेमोंस्ट्रेशन देने वाली डॉ मनीरा धस्माना हैं.....


Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 8:44 AM IST
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