देहरादून: बीते दिनों हरिद्वार जिले में 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर निर्मम हत्या करने के मामले में डीएनए रिपोर्ट पुलिस के पास आ गया है. जहां रिपोर्ट में मुख्य आरोपी रामतीर्थ यादव का मिलान हुआ है, जबकि मृतक के मामा राजीव का डीएनए रिपोर्ट में कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में अपराधिक घटनाक्रम में मृतक के मामा राजीव की जांच पड़ताल में पूरी भूमिका सामने आई है. ऐसे में डीएनए रिपोर्ट में मुख्य आरोपी रामतीर्थ यादव का नाम सामने आने के बाद डीआईजी गढ़वाल ने हरिद्वार एसएसपी को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, आज पीड़ित के परिजनों ने डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग से मुलाकात की. इस दौरान पीड़ित के परिजनों ने हरिद्वार पुलिस द्वारा डीएनए रिपोर्ट सार्वजनिक न करने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं परिजनों का आरोप है कि हरिद्वार पुलिस आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है.
वहीं बच्ची से दुष्कर्म के मामले में दोनों आरोपियों का जो डीएनए टेस्ट करवाया, वह रस्सी से मिला है. जिससे बच्ची का गला घोटा गया था.पूरे मामले में एक्सपर्ट की अहम भूमिका रही.क्योंकि घटना स्थल पर ऐसा कुछ नहीं था जिससे आरोपियों का डीएनए मिल सकें
परिजनों का आरोप, आरोपी को बचा रही हरिद्वार पुलिस
उधर, इस मामले में पीड़ित परिवार के लोगों ने डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग से मुलाकात कर पुलिस कार्रवाई में मृतका के मामा राजीव को बचाने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं पीड़ित परिवार ने इस मामले में डीआईजी से आग्रह करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. उधर इस मामले में डीआईजी नीरू गर्ग ने पीड़ित परिवार जनों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह खुद इस मामले में पहले दिन से मॉनिटरिंग कर रही हैं. ऐसे में उन्होंने हरिद्वार एसएसपी और जांच अधिकारी को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कार्रवाई करते हुए कड़े निर्देश दिए.
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अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई :डीआईजी
डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने कहा कि डीएनए रिपोर्ट में मुख्य आरोपी रामतीर्थ यादव का मिलान हुआ है. ऐसे में अब रामतीर्थ के खिलाफ पुलिस आगे सख्त कार्रवाई करते हुए कानूनी प्रक्रिया के तहत कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि मामले में मृतका के मामा राजीव की भूमिका अपराधिक घटना में संलिप्तता पाई गई है. मामले में हरिद्वार एसएसपी और जांच अधिकारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं.