ऋषिकेश: जनपद में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया कार्यालय (District Malaria Office) किस हद तक धांधली कर रहा है, इसकी तस्दीक नगर निकायों को एक्सपायरी डेट की कीटनाशक दवाओं (Expiry date insecticides) की खेप भेजने से हो रही है. नगर निगम तक में इन एक्सपायरी दवाओं के पहुंचने पर इसका खुलासा (Expiry date pesticide disclosure) हुआ है. इस बात का खुलासा ईटीवी भारत ने किया. जिसके बाद निगम प्रशासन ने यह दवाएं वापस लौटा दी हैं.
दरअसल, डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए संबंधित विभाग विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चला रहा हैं. नगर निकायों को छिड़काव के लिए भी कीटनाशक दवाओं की खेप भेजने का काम किया जा रहा है. 2 सितंबर को 10 लीटर कीटनाशक दवा जिला मलेरिया कार्यालय से नगर निगम को भेजी गई. कीटनाशक दवाओं की बोतल पर मैन्युफैक्चरिंग के साथ एक्सपायर डेट मिटी हुई मिली.
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इस बात को लेकर ईटीवी भारत ने नगर आयुक्त से जानकारी मांगी. जिसके बाद तत्काल नगर निगम प्रशासन ने एक्शन लेते हुए इस बाबत जिला मलेरिया कार्यालय को पत्र लिखकर अवगत कराया. नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल (Municipal Commissioner Rahul Kumar Goel) ने बताया जिले मलेरिया कार्यालय को यह दवाएं वापस भेजी जा रही हैं.
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बता दें यह कीटनाशक दवा सिर्फ नगर निगम ही नहीं, बल्कि जिले की अन्य निकायों को भी सप्लाई की गई है. जिसमें साफतौर पर जिला मलेरिया कार्यालय की लापरवाही नजर आती है. इससे यह भी पता चलता है कि आखिर कैसे जनपद में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए काम किया जा रहा है.