विकासनगर: विशिष्ट सेवायोजन कार्यालय द्वारा जनजाति बाहुल्य क्षेत्र कालसी में छात्र-छात्राओं को टंकण और आशुलिपि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए कार्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं को 1 वर्ष का व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें बेरोजगार छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रहे हैं.
विशिष्ट सेवायोजन कार्यालय कालसी में एससी- एसटी के 39 छात्र-छात्राएं टंकण और आशुलिपि का व्यवसायिक प्रशिक्षण ले रहे हैं. जिसका मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को व्यवसायिक शिक्षा से जोड़ना है. जिससे उन्हें आगे चलकर रोजगार के अवसर मिल सकें. वहीं, सरकार ने अब तक विशिष्ट सेवायोजन जनजाति कार्यालय कालसी में नए व्यवसायिक पाठ्यक्रम को शामिल नहीं किया हैं. जिस कारण एससी- एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राओं पुराने पाठ्यक्रमों को ही पढ़ रहे हैं.
जब इस बारे में विशिष्ट सेवायोजन अधिकारी जनजाति लक्ष्मी यादव से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि पुराने पाठ्यक्रम को बदलने के लिए उनके स्तर से उच्चाधिकारियों को कई बार पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया. लेकिन अधिकारियों द्वारा नए पाठ्यक्रम को शामिल करने को लेकर कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सेवायोजन कार्यालय विभाग का नाम कौशल विकास रखा गया है, जिसमें एससी- एसटी के लगभग 15000 छात्र-छात्राओं पंजीकृत हैं. साथ ही विभाग द्वारा समय-समय पर रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें प्राइवेट कंपनियां आती है और छात्र-छात्राओं को रोजगार के अवसर देती है.