देहरादून: शहर में सैकड़ों की तादाद में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. विक्रमों के इन रंग पर अब विवाद खड़ा हो गया है. परिवहन विभाग की नियमावली के मुताबिक सवारी वाहनों का रंग पीला और काला होना चाहिए. जबकि शहर में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. जोकि परमिट का उल्लंघन है.
दून महानगर सिटी बस के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडियाल ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले परिवहन गढ़वाल कमिश्नर को शिकायत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि परिवहन विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी कर नियम के खिलाफ चलने वाले विक्रमों को फायदा पहुंचा रहे हैं.
कुछ दिन पहले आरटीआई द्वारा सूचना मांगी गई तो बताया गया कि विभाग ने लोकायुक्त के कहने से विक्रम का रंग पीला और काला किया था. जबकि लोकायुक्त के आदेश मान्य नहीं है.
पढे़ं- ऑनलाइन फीस जमा कराना बना मुसीबत, तीन किमी पैदल चलने को मजबूर स्टूडेंट्स
वहीं जब दोबारा सूचना मांगी गई तो परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि देहरादून में विक्रमों का नीला रंग इसलिए किया गया, ताकि दूसरे केंद्रों से अवैध संचालन ना हो. जबकि, देहरादून के आसपास ऋषिकेश क्षेत्रों में भी नीले रंग के ही विक्रम चल रहे हैं.
वहीं विजय वर्धन डंडियाल बताते हैं कि मोटरयान 2011 की नियमावली के अनुसार 163 के नियम में मोटर टैक्सी और मोटर कैब पीले और काले रंग के होने चाहिए. जिसके लिए उन्होंने पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है.
वहीं आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि जो रंग की व्यवस्था नियमावली में है, उसका पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में वे नियमों का अध्ययन कर रहे हैं. जिसके बाद रंग निर्धारित उसका पालन करवाया जाएगा.