ETV Bharat / state

देहरादून: विक्रमों के रंग पर खड़ा हुआ विवाद, अधिकारी करेंगे अब ये काम - परिवहन निगम देहरादून

मोटरयान 2011 की नियमावली के अनुसार 163 के नियम में मोटर टैक्सी और मोटर कैब पीले और काले रंग के होने चाहिए. जबकि देहरादून में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. जिसकी शिकायत परिवहन विभाग से की गई है.

विक्रमों के रंग पर उठा विवाद
author img

By

Published : Aug 1, 2019, 6:27 PM IST

Updated : Aug 1, 2019, 8:53 PM IST

देहरादून: शहर में सैकड़ों की तादाद में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. विक्रमों के इन रंग पर अब विवाद खड़ा हो गया है. परिवहन विभाग की नियमावली के मुताबिक सवारी वाहनों का रंग पीला और काला होना चाहिए. जबकि शहर में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. जोकि परमिट का उल्लंघन है.

विक्रमों के रंग पर उठा विवाद

दून महानगर सिटी बस के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडियाल ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले परिवहन गढ़वाल कमिश्नर को शिकायत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि परिवहन विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी कर नियम के खिलाफ चलने वाले विक्रमों को फायदा पहुंचा रहे हैं.

कुछ दिन पहले आरटीआई द्वारा सूचना मांगी गई तो बताया गया कि विभाग ने लोकायुक्त के कहने से विक्रम का रंग पीला और काला किया था. जबकि लोकायुक्त के आदेश मान्य नहीं है.

पढे़ं- ऑनलाइन फीस जमा कराना बना मुसीबत, तीन किमी पैदल चलने को मजबूर स्टूडेंट्स

वहीं जब दोबारा सूचना मांगी गई तो परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि देहरादून में विक्रमों का नीला रंग इसलिए किया गया, ताकि दूसरे केंद्रों से अवैध संचालन ना हो. जबकि, देहरादून के आसपास ऋषिकेश क्षेत्रों में भी नीले रंग के ही विक्रम चल रहे हैं.

वहीं विजय वर्धन डंडियाल बताते हैं कि मोटरयान 2011 की नियमावली के अनुसार 163 के नियम में मोटर टैक्सी और मोटर कैब पीले और काले रंग के होने चाहिए. जिसके लिए उन्होंने पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है.

वहीं आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि जो रंग की व्यवस्था नियमावली में है, उसका पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में वे नियमों का अध्ययन कर रहे हैं. जिसके बाद रंग निर्धारित उसका पालन करवाया जाएगा.

देहरादून: शहर में सैकड़ों की तादाद में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. विक्रमों के इन रंग पर अब विवाद खड़ा हो गया है. परिवहन विभाग की नियमावली के मुताबिक सवारी वाहनों का रंग पीला और काला होना चाहिए. जबकि शहर में नीले रंग के विक्रम चल रहे हैं. जोकि परमिट का उल्लंघन है.

विक्रमों के रंग पर उठा विवाद

दून महानगर सिटी बस के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडियाल ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले परिवहन गढ़वाल कमिश्नर को शिकायत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि परिवहन विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी कर नियम के खिलाफ चलने वाले विक्रमों को फायदा पहुंचा रहे हैं.

कुछ दिन पहले आरटीआई द्वारा सूचना मांगी गई तो बताया गया कि विभाग ने लोकायुक्त के कहने से विक्रम का रंग पीला और काला किया था. जबकि लोकायुक्त के आदेश मान्य नहीं है.

पढे़ं- ऑनलाइन फीस जमा कराना बना मुसीबत, तीन किमी पैदल चलने को मजबूर स्टूडेंट्स

वहीं जब दोबारा सूचना मांगी गई तो परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि देहरादून में विक्रमों का नीला रंग इसलिए किया गया, ताकि दूसरे केंद्रों से अवैध संचालन ना हो. जबकि, देहरादून के आसपास ऋषिकेश क्षेत्रों में भी नीले रंग के ही विक्रम चल रहे हैं.

वहीं विजय वर्धन डंडियाल बताते हैं कि मोटरयान 2011 की नियमावली के अनुसार 163 के नियम में मोटर टैक्सी और मोटर कैब पीले और काले रंग के होने चाहिए. जिसके लिए उन्होंने पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है.

वहीं आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि जो रंग की व्यवस्था नियमावली में है, उसका पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में वे नियमों का अध्ययन कर रहे हैं. जिसके बाद रंग निर्धारित उसका पालन करवाया जाएगा.

Intro:राजधानी देहरादून में सड़कों पर दौड़ रहे विक्रम को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है।दरअसल यह विवाद विक्रम के रंग को लेकर पैदा हुई है परिवहन विभाग की नियमावली के मुताबिक ठेका वाहनों का रंग पीला और काला होना चाहिए जबकि शहर में चल रहे विक्रम ओं का रंग नीला है।जोकि ठेका परमिट का उल्लंघन बताया जा रहा है।आरटीआई के मुताबिक लोकायुक्त के आदेश के अनुसार विक्रम का रंग नीला किया गया है लेकिन जब यह लोकायुक्त के अधिकार क्षेत्र में ही नहीं है तो कैसे विभाग ने वाहनों के रंग बदलने के आदेश जारी किए। वहीं विभागीय अधिकारियों को इस मामले की जानकारी नहीं है और अध्ययन करने के बाद इस मामले पर निर्णय लेंगे।


Body:शहर में सैकड़ों की तादाद में नीले रंग के विक्रम चल रहे है ओर इन विकर्मो चालको की मनमानी के चलते सड़क पर जगह जगह जाम की स्थिति बनी रहती है।और शहर में घूम रहे नीले रन के विक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।दून महानगर सिटी बस के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडियाल ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले परिवहन गढ़वाल कमिश्नर को शिकायत की थी कि परिवहन विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हो रखे है जो नियम है उसके विपरीत विकर्मो हो को फायदा पहुंचाने में लगे हुए हैं।जब कुछ पहले आरटीआई के द्वारा सूचना मांगी गई तो पहली सूचना में बताया कि विभाग ने लोकायुक्त के कहने से विकर्मो का रंग पीला ओर काला किया था जबकि लोकायुक्त के आदेश मान्य नही है।उसके बाद जब दोबारा सूचना मांगी गई तो परिवहन विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि देहरादून में विकर्मो के नीले रंग का संचालन इसलिए कर रहे ताकि दूसरे केंद्रों के अवैध संचालन न हो।जबकि विभाग का सफेद झूठ है क्योंकि देहरादून के आसपास ऋषिकेश तक नीले रंग की ही विक्रम चल रहे है।साथ ही मोटरयान 2011 की नियमावली के अनुसार 163 के नियम में मोटर टैक्सी ओर मोटर कैब पीले ओर काले रंग होने चाहिए।और सभी विभाग के अधिकारी भस्टाचार से लिप्त हो रखे है और हमने पत्र लिखकर जांच की मांग की है।

बाइट-विजय वर्धन डंडरियाल(देहरादून सिटी बस अध्यक्ष)


Conclusion:वही आरटीओ दिनेश पाठाई ने बताया कि हमारे पास लिखित में तो नही शिकायत मेरे सज्ञान में आई है की जो रंग की व्यवस्था नियमावली में है उसका पालन नही हो रहा है।इस मामले का हम अध्ययन कर रहे है और हमे लगेगा कि रंग की इस तरह की प्रक्रिया में रंग निर्धारित होनी है या फिर निर्धारित हो चुकी है उसका पालन करने का प्रयास करेंगे।

बाइट-दिनेश पाठाई (आरटीओ)

बाइट ओर विसुल मेल किये है,मेल से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
Last Updated : Aug 1, 2019, 8:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.