ETV Bharat / state

मसूरी: पर्यटन स्थल खुलने के बाद भी नहीं पहुंचे सैलानी, रिक्शा चालक मायूस

मसूरी में सभी पर्यटन स्थल खुल गए हैं. रिक्शा चालकों को पर्यटकों के आने का इंतजार था. लेकिन पर्यटक नहीं पहुंचे. इससे यहां के रिक्शा चालकों में मायूसी देखने को मिल रही है.

mussoorie rickshaw drivers
रिक्शा चालकों में छाई मायूसी
author img

By

Published : Jun 9, 2020, 12:32 PM IST

मसूरी: देशभर में 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज चल रहा है. ऐसे में पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के आने की उम्मीद थी. पर्यटकों के नहीं पहुंचने से रिक्शा चालक मायूस हैं.

रिक्शा चालकों में छाई मायूसी

दरअसल 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज लागू होने के बाद मसूरी के सभी सार्वजनिक स्थल खुल गए हैं. ऐसे में यहां के रिक्शा चालक पर्यटकों के लिए टकटकी लगाए बैठे थे. लेकिन पर्यटकों के न पहुंचने से रिक्शा चालकों के चेहरे मुरझा गए हैं. दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में ढील देने के बाद भी लोग कोरोना के भय से घरों से बाहर निकलने को डर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 30 जून तक संचालित नहीं होगी बदरीनाथ यात्रा, साधु-संतों को लेनी होगी अनुमति

रिक्शा चालक नैन सिंह और सुंदरलाल ने बताया, कि लॉकडाउन की वजह से रिक्शा चालकों के ऊपर आर्थिक संकट गहरा गया है. लॉकडाउन की वजह से पिछले ढाई महीने से रिक्शों के पहिए जाम हैं. लेकिन राज्य सरकार से अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली है. हालांकि पिछले दिनों कुछ सामाजिक संगठनों की ओर से उन्हें राशन मुहैया करवाया गया था, लेकिन वो भी खत्म हो गया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कोरोना के डबलिंग और रिकवरी रेट में हुआ सुधारः मुख्य सचिव

वहीं, सभी रिक्शा चालकों ने कहा कि सरकार वैसे तो बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. रिक्शा चालकों ने राज्य सरकार से जल्द मदद की गुहार लगाई है.

मसूरी: देशभर में 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज चल रहा है. ऐसे में पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के आने की उम्मीद थी. पर्यटकों के नहीं पहुंचने से रिक्शा चालक मायूस हैं.

रिक्शा चालकों में छाई मायूसी

दरअसल 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज लागू होने के बाद मसूरी के सभी सार्वजनिक स्थल खुल गए हैं. ऐसे में यहां के रिक्शा चालक पर्यटकों के लिए टकटकी लगाए बैठे थे. लेकिन पर्यटकों के न पहुंचने से रिक्शा चालकों के चेहरे मुरझा गए हैं. दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में ढील देने के बाद भी लोग कोरोना के भय से घरों से बाहर निकलने को डर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 30 जून तक संचालित नहीं होगी बदरीनाथ यात्रा, साधु-संतों को लेनी होगी अनुमति

रिक्शा चालक नैन सिंह और सुंदरलाल ने बताया, कि लॉकडाउन की वजह से रिक्शा चालकों के ऊपर आर्थिक संकट गहरा गया है. लॉकडाउन की वजह से पिछले ढाई महीने से रिक्शों के पहिए जाम हैं. लेकिन राज्य सरकार से अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली है. हालांकि पिछले दिनों कुछ सामाजिक संगठनों की ओर से उन्हें राशन मुहैया करवाया गया था, लेकिन वो भी खत्म हो गया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कोरोना के डबलिंग और रिकवरी रेट में हुआ सुधारः मुख्य सचिव

वहीं, सभी रिक्शा चालकों ने कहा कि सरकार वैसे तो बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. रिक्शा चालकों ने राज्य सरकार से जल्द मदद की गुहार लगाई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.