ऋषिकेश: नीरज क्लीनिक में नकली दवाई के मामले में पुलिस टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. क्लीनिक के निदेशक वीके गुप्ता और पूर्व निदेशक श्रीनिवासन को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले बुधवार को छापेमारी के दौरान ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम को क्लीनिक में नकली दवाइयां मिली थीं. हरिद्वार रोड स्थित नीरज क्लीनिक के साथ-साथ सीमा मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के सभी पदाधिकारियों के खिलाफ भी ड्रग कंट्रोल विभाग ने पुलिस को तहरीर दी थी. अब इस मामले में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
इससे पहले बुधवार को सुबह ही ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने हरिद्वार रोड स्थित नीरज क्लीनिक में छापेमारी की थी. सुबह से देर रात तक चली इस छापेमारी में टीम को बिना रैपर की दवाइयां मिलीं. कुछ फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए थे. इसके बाद अगले दिन टीम के सहयोग से पुलिस ने नीरज क्लीनिक के निदेशक डॉ. वीके गुप्ता और पूर्व निदेशक श्रीनिवासन को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को दी तहरीर में क्लीनिक के प्रेसिडेंट डॉ. आरके गुप्ता सहित कई लोगों को आरोपी बनाया गया है. फिलहाल ये लोग फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
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2004 में चर्चाओं में आया था नीरज क्लीनिक
नीरज क्लीनिक मिर्गी केंद्र वर्ष 2004 में चर्चाओं में आया था. नीरज क्लीनिक द्वारा मिर्गी के रोगियों को ठीक करने का दावा किया जा रहा था. जिसमें शिकायत मिलने के बाद औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने छापेमारी की. जहां उनको कई तरह की नशीली दवाइयां मिली थीं. एक बार फिर यही मामला चर्चा में आया है. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्लीनिक के प्रेसीडेंट डॉ. आरके गुप्ता की गिरफ्तारी कब हो पाती है?