देहरादून: राजधानी देहरादून के विकासनगर में दो पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा था. अवैध वसूली मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी के आदेश पर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ 384 एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं, कांस्टेबल प्रदीप की पहले ही पथरिया पीर शराब कांड में भूमिका संदिग्ध पाई गई थी.
बता दें कि मिठाई कारोबारी करम सिंह ने मंगलवार को पुलिस को बताया कि बीते 31 जनवरी की रात वो अपने दो अन्य कर्मचारियों के साथ बाइक से विकासनगर से लक्ष्मीपुर की तरफ जा रहा था. इसी दौरान बरोटीवाला चौक पर ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल प्रदीप और रमेश रावत ने उन्हें रोककर कागजात चेक किए. कांस्टेबल ने चेकिंग के नाम पर दो हजार रुपए की मांग करते हुए गाड़ी सीज करने की धमकी भी दी. मौके पर मौजूद कांस्टबेल प्रदीप द्वारा करम सिंह की गाड़ी को सीज करने की बात कर पांच सौ रुपए ले लिए.
ये भी पढ़ें:विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर दंपति मिलकर युवाओं को बनाते थे शिकार, दर्ज हुई FIR
करम सिंह की शिकायत के आधार पर थाना विकासनगर में दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ 384 एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. मामले में डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि पुलिस के पास शिकायत आई थी कि दो पुलिसकर्मी द्वारा अवैध वसूली की गई है. पीड़ित की शिकायत पर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ 384 एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.