देहरादूनः चुनावी मौसम आते ही नेताओं को ट्रैफिक की समस्या झेल रहे जनता की याद आई है. जहां सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी अशोक कुमार के साथ बैठक कर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए. वहीं डीजीपी अशोक ने भी सभी पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई. जहां उन्होंने यातायात को सुगम बनाने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने को कहा. साथ ही अधिकारियों को कहा कि उनका मकसद चालानों की संख्या बढ़ाना न हो, बल्कि ऐसी व्यवस्था बनाएं, जिससे जनता को कम से कम परेशानी हो.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने एसएसपी कार्यालय में ट्रैफिक व्यवस्था जुड़े आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों समेत डीआईजी गढ़वाल, दून एसएसपी और आईजी कानून व्यवस्था के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने को लेकर हर संभव प्रयास करने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. डीजीपी ने देहरादून में करीब 17 बॉटल नेक, 49 ब्लैक स्पॉट समेत ट्रैफिक के हॉट स्पॉट जैसे एरिया को हर हाल में स्मूथ बनाकर जाम से निजात दिलाने को कहा.
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वाहनों के 8 गुणा दबाव को सुचारू रखना बड़ी चुनौतीः डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि राज्य गठन के समय यानी साल 2000 में प्रदेश में चार लाख वाहन पंजीकृत थे. जबकि, वर्तमान समय में 32 लाख से ज्यादा वाहन पंजीकृत हैं. इतना ही नहीं चारधाम यात्रा समेत पर्यटन और अन्य तरह से बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों का दबाव भी सड़कों में कई गुणा बढ़ा है. ऐसे में दिनोंदिन सड़कों पर बढ़ने वाले दबाव को नियंत्रित कर ट्रैफिक को सुचारू रूप से संचालित करना अपने आप में बड़ी चुनौती है.
डीजीपी ने कहा कि इसके बावजूद देहरादून समेत राज्य के अन्य व्यस्ततम रहने वाले जगहों पर यातायात को सुगम बनाने पर जोर दिया जा रहा है. इसके लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ गहन चिंतन कर हॉट स्पॉट और बॉटल नेक एरिया को इंजीनियरिंग समाधान के जरिए दुरुस्त करने का टारगेट दिया गया है. सड़क किनारे गलत पार्किंग और व्यस्ततम मार्गों के किनारे तमाम तरह के अतिक्रमण को हटाने जैसी तमाम तरह के कार्य धरातल किए जा रहे हैं. जिसे लेकर नए सिरे कार्य योजना तैयार की गई है.
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सड़क किनारे अतिक्रमण और नो पार्किंग की जिम्मेदारी पुलिस की होगीः देहरादून के बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने का दम भरते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने भी यह माना कि यातायात को बाधित करने के लिए सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण का बड़ा रोल है. ऐसे में अब इस तरह के अतिक्रमण होने पर स्थानीय थाना को जवाबदेय बनाया जाएगा. इतना ही नहीं सड़क किनारे नो पार्किंग और गलत तरीके से वाहनों की आवाजाही के लिए ट्रैफिक पुलिस को जिम्मेदार माना जाएगा.
सड़कों पर चालान काटने को टारगेट न बनाए पुलिस: डीजीपी ने साफ तौर पर पुलिस टीमों को हिदायत दी है कि वो सड़कों पर चालान काटने को अपना टारगेट ना बनाएं. उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसी शिकायत आती है कि जिसमें पुलिस को सिर्फ चालान काटने तक ही सीमित बताया जाता है. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस चालान काटने को अपनी ड्यूटी न समझें. बल्कि, यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने में अपना अहम योगदान जिम्मेदारी के साथ निभाएं. चालान सिर्फ ट्रैफिक नियम न मानने वालों को सतर्क करने की सूरत में ही करें.
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वहीं, देहरादून शहर में स्मार्ट सिटी के तमाम निर्माण कार्य की वजह से होने वाली ट्रैफिक जाम को लेकर डीजीपी ने देहरादून एसएसपी को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने स्मार्ट सिटी लिमिटेड, पीडब्लूडी, नगर निगम और MDDA जैसे संबंधित संस्थाओं के साथ बेहतर तालमेल बनाकर सड़कों पर होने वाले कार्यों को समय से पूरा करने को कहा. जिससे सड़कों पर लगने वाले जाम और ट्रैफिक को सुचारू रखने में पुलिस तंत्र को जनहित के मद्देनजर मदद मिल सके.