देहरादून: लॉकडाउन के बीच जमातियों ने प्रदेश में मुसीबत का पहाड़ खड़ा कर दिया है. 15 मार्च से 1 अप्रैल के बीच यानी 18 दिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 7 थी. लेकिन तब्लीगी जमातियों के छिपते-छिपाते उत्तराखंड प्रवेश करने के बाद प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केस लगातार बढ़ने लगे हैं. हालांकि, अभी भी प्रदेश में कई जमातियों के छिपे होने कि सम्भावना है. ऐसे में डीजीपी अनिल रतूड़ी ने जमातियों को चेतावनी दी है.
डीजीपी उत्तराखंड रतूड़ी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए उत्तराखंड में निवास करने वाले सभी जामतियों से अपील की है कि 6 अप्रैल तक सामने आ जाते हैं तो हम सब की पूरी तरह से मदद करेंगे, साथ ही चिकित्सा परीक्षण भी कराएंगे. लेकिन इसके बाद किसी को बक्शा नहीं जायेगा.
पढ़े: उत्तराखंड के लिए बुरी खबर, 26 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
डीजीपी अनिल के रतूड़ी ने अपील की है कि ऐसे सभी जमाती जो तब्लीगी में शामिल होने के लिए दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह या कहीं और गये थे और अभी उत्तराखंड में निवास कर रहे हैं, वे सभी प्रशासन या पुलिस के सामने खुद ही आ जाएं ताकि उनका ट्रीटमेंट शुरू हो सके.
उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल के बाद यदि यह जानकारी पुलिस या प्रशासन के संज्ञान में आती है कि किसी तब्लीगी जमाती ने जानबूझकर अपने आप को छिपा कर रखा है तो उसके खिलाफ न सिर्फ आपदा प्रबंधन एक्ट बल्कि हत्या के प्रयास का भी मुकदमा दर्ज किया जायेगा.