देहरादून: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश के लोगों में गुस्सा है. कई लोगों में कश्मीरी लोगों के खिलाफ गुस्सा है. उत्तराखंड पुलिस ने भरोसा दिया है कि देहरादून में पढ़ रहे कश्मीरी कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.
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पुलवामा आतंकी हमले में बाद कश्मीरी छात्रों को लेकर देहरादून में भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि उनका उत्पीड़न किया गया. कई जगहों पर कश्मीरी छात्रों से मकान भी खाली कराया जा रहा है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे आकर इन अफवाह का खंडन किया था.
इस तरह की अफवाओं को उस समय और हवा मिल गई थी. जब देहरादून के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों का हाल जानने कश्मीर से पीडीपी (PDP) के एक सांसद बीते मंगलवार को देहरादून पहुंचे थे. इस दौरान वो कुछ छात्रों को अपने साथ ले गए थे. इस मामले पर उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि छात्र-छात्राओं को ले जाने का जिम्मा अभिभावकों पर है. यह कार्य किसी अन्य को नहीं दिया जा सकता है. छात्र-छात्राओं को ले जाने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. छात्र-छात्राओं की सुरक्षा का भार राज्य सरकार पर है. महाराज के इस बयान पर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी. हालांकि ट्वीट में उन्होंने महाराज के नाम का जिक्र नहीं किया है.
देहरादून में कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा को लेकर पुलिस महानिदेशक (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद लोग सड़क पर उतर कर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन देहरादून में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पहले से ही सतर्क थी. यहां पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. हालांकि कुछ उपद्रवियों ने बवाल काटने का प्रयास किया गया. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई जो आगे भी जारी रहेगी. जो लोग शहर का माहौल खराब कर सकते है उन पर नजर रखी जा रही है.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि उत्तराखंड में किसी भी कश्मीरी छात्र का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा, जिन कॉलेज और हॉस्टल में कश्मीरी छात्र रह रहे है, वहां पर पहले से ही पुलिस तैनात है. बावजूद इसके कोई भी अराजकता फैलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.