ETV Bharat / state

DG अशोक कुमार ने कहा- उत्तराखंड में कश्मीरी छात्र पूरी तरह सुरक्षित, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम - उत्तराखंड कश्मीरी छात्र

पुलवामा आतंकी हमले में बाद कश्मीरी छात्रों को लेकर देहरादून में भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि उनका उत्पीड़न किया गया. कई जगहों पर कश्मीरी छात्रों से मकान भी खाली कराया जा रहा है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे आकर इन अफवाह का खंडन किया था.

उत्तराखंड में कश्मीरी छात्र पूरी तरह सुरक्षित
author img

By

Published : Feb 23, 2019, 9:39 AM IST

Updated : Feb 23, 2019, 11:07 AM IST

देहरादून: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश के लोगों में गुस्सा है. कई लोगों में कश्मीरी लोगों के खिलाफ गुस्सा है. उत्तराखंड पुलिस ने भरोसा दिया है कि देहरादून में पढ़ रहे कश्मीरी कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.

पढ़ें-बजट सत्रः अंतिम दिन 3 विधेयक हुए पारित, UPSC में आर्थिक आधार पर मिलेगा सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण

पुलवामा आतंकी हमले में बाद कश्मीरी छात्रों को लेकर देहरादून में भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि उनका उत्पीड़न किया गया. कई जगहों पर कश्मीरी छात्रों से मकान भी खाली कराया जा रहा है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे आकर इन अफवाह का खंडन किया था.

इस तरह की अफवाओं को उस समय और हवा मिल गई थी. जब देहरादून के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों का हाल जानने कश्मीर से पीडीपी (PDP) के एक सांसद बीते मंगलवार को देहरादून पहुंचे थे. इस दौरान वो कुछ छात्रों को अपने साथ ले गए थे. इस मामले पर उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि छात्र-छात्राओं को ले जाने का जिम्मा अभिभावकों पर है. यह कार्य किसी अन्य को नहीं दिया जा सकता है. छात्र-छात्राओं को ले जाने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. छात्र-छात्राओं की सुरक्षा का भार राज्य सरकार पर है. महाराज के इस बयान पर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी. हालांकि ट्वीट में उन्होंने महाराज के नाम का जिक्र नहीं किया है.

undefined

पढ़ें-सालों से निगम की संपत्ति पर चल रहे सरकारी दफ्तरों का बढ़ेगा किराया, बोर्ड बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव

देहरादून में कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा को लेकर पुलिस महानिदेशक (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद लोग सड़क पर उतर कर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन देहरादून में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पहले से ही सतर्क थी. यहां पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. हालांकि कुछ उपद्रवियों ने बवाल काटने का प्रयास किया गया. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई जो आगे भी जारी रहेगी. जो लोग शहर का माहौल खराब कर सकते है उन पर नजर रखी जा रही है.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि उत्तराखंड में किसी भी कश्मीरी छात्र का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा, जिन कॉलेज और हॉस्टल में कश्मीरी छात्र रह रहे है, वहां पर पहले से ही पुलिस तैनात है. बावजूद इसके कोई भी अराजकता फैलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

undefined

देहरादून: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश के लोगों में गुस्सा है. कई लोगों में कश्मीरी लोगों के खिलाफ गुस्सा है. उत्तराखंड पुलिस ने भरोसा दिया है कि देहरादून में पढ़ रहे कश्मीरी कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.

पढ़ें-बजट सत्रः अंतिम दिन 3 विधेयक हुए पारित, UPSC में आर्थिक आधार पर मिलेगा सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण

पुलवामा आतंकी हमले में बाद कश्मीरी छात्रों को लेकर देहरादून में भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि उनका उत्पीड़न किया गया. कई जगहों पर कश्मीरी छात्रों से मकान भी खाली कराया जा रहा है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे आकर इन अफवाह का खंडन किया था.

इस तरह की अफवाओं को उस समय और हवा मिल गई थी. जब देहरादून के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों का हाल जानने कश्मीर से पीडीपी (PDP) के एक सांसद बीते मंगलवार को देहरादून पहुंचे थे. इस दौरान वो कुछ छात्रों को अपने साथ ले गए थे. इस मामले पर उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि छात्र-छात्राओं को ले जाने का जिम्मा अभिभावकों पर है. यह कार्य किसी अन्य को नहीं दिया जा सकता है. छात्र-छात्राओं को ले जाने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. छात्र-छात्राओं की सुरक्षा का भार राज्य सरकार पर है. महाराज के इस बयान पर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी. हालांकि ट्वीट में उन्होंने महाराज के नाम का जिक्र नहीं किया है.

undefined

पढ़ें-सालों से निगम की संपत्ति पर चल रहे सरकारी दफ्तरों का बढ़ेगा किराया, बोर्ड बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव

देहरादून में कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा को लेकर पुलिस महानिदेशक (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद लोग सड़क पर उतर कर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन देहरादून में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पहले से ही सतर्क थी. यहां पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. हालांकि कुछ उपद्रवियों ने बवाल काटने का प्रयास किया गया. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई जो आगे भी जारी रहेगी. जो लोग शहर का माहौल खराब कर सकते है उन पर नजर रखी जा रही है.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि उत्तराखंड में किसी भी कश्मीरी छात्र का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा, जिन कॉलेज और हॉस्टल में कश्मीरी छात्र रह रहे है, वहां पर पहले से ही पुलिस तैनात है. बावजूद इसके कोई भी अराजकता फैलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

undefined
Intro:कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी घटना को लेकर देशभर में फैले आक्रोशित माहौल के बीच देहरादून में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र छात्राओं की सुरक्षा को लेकर राजनैतिक उपजे विवाद को लेकर पुलिस ने यह साफ तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड की देवभूमि हमेशा से ही अपनी अध्यात्मिक दृष्टि के चलते शांत वातावरण के लिए अपनी पहचान विश्वभर बनाये रखता हैं, ऐसे में यहां पढ़ने वाले कश्मीरी बच्चों को गुमराह कर कई तरह से इन दिनों अफ़वाह फैलाने का बाज़ार गर्म है। जबकि कश्मीरी छात्र छात्राओं के शिक्षण संस्थानों में उनकी ऐसी मजबूत व पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई हैं जिससे उनको किसी भी तरह की परेशानी जैसी बात दूर दूर तक नजर नहीं हैं।

देहरादून में कश्मीरी बच्चों की सुरक्षा पूरी तरह सुदृढ़:DG, LO

उत्तराखंड पुलिस द्वारा कश्मीरी छात्र छात्राओं की अभेद सुरक्षा के मध्यनजर संबंधित पुलिस आलाधिकारियों का मानना हैं कि कश्मीर में आतंकी हमले के चलते भले ही लोग सड़क पर उतर कर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन देहरादून में कानून व शांति व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए विभाग द्वारा पहले दिन से प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित पुख्ता कर व्यवस्था बनाई गई हैं। यहां किसी तरह से कोई दहशतगर्दी वाले माहौल नहीं हैं साथ ही विरोध प्रदर्शन के दौरान अराजकता वाले माहौल पर भी सख्त तरीके से नजर रख कार्रवाई जारी हैं।


Body:देहरादून के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र छात्राओं की हितैषी बन उनको घर वापस कराने वाली कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टी पीडीपी द्वारा असुरक्षा भाव को लेकर राजनीतिक बयानबाजी एक अलग विवाद बनी हुई हैं हालांकि इस पर पलटवार करते हुए उत्तराखंड में सत्ताधारी पार्टी के कुछ बीजेपी नेता भी मैदान में कूद पड़े हैं।। राजनीतिक नफ़ा नुकसान के बीच देश विदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाले देहरादून जैसे शांत वादियों वाले शहर को जबरजस्ती बदनाम करने की कोशिश भी इन दिनों देखी जा रही हैं।


Conclusion:

उधर इस पूरे मामले पर उत्तराखंड में रात को कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि पाकिस्तान के नापाक इरादों वाले पुलवामा घटना के विरोध में देशभर में जनाक्रोश सड़कों पर होना स्वाभाविक है लेकिन देहरादून जैसे इस विरोध को शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा है हालांकि कुछ एक उपद्रवियों द्वारा बवाल काटने का प्रयास किया गया जिसके चलते उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई जो आगे भी जारी रहेगी। डीजी अशोक कुमार के अनुसार उनका साफ तौर पर यह संदेश है कि कश्मीरी छात्र छात्राओं की सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह से वचनबद्ध है किसी भी तरह को किसी तरह की अफवाह वह भाई पूर्ण वाले बातों में आने की जरूरत नहीं है यहां उनकी सुरक्षा पहले दिन से लेकर आगे तक पुख़्ता रूप में बरकरार रहेगी। साथी किसी भी तरह की अराजकता फैलाने आने वाले को पुलिस किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगी।

अशोक कुमार ,पुलिस महानिदेशक ,अपराध को कानून व्यवस्था
Last Updated : Feb 23, 2019, 11:07 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.