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सीएम धामी की घोषणा के बाद भी नहीं सुधरे मसूरी की सड़कों के हाल, गड्ढे ही गड्ढे

मसूरी में बदहाल सड़कों के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है. पर्यटकों को भी इसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तमाम परेशानियों को देखते हुए सीएम के सामने इस मामले को रखा गया था. जिसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीडब्ल्यूडी को जल्द से जल्द सड़कों को ठीक करने के निर्देश दिये थे. मगर पीडब्लयूडी ने अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.

condition of roads of Mussoorie did not improve
सीएम धामी की घोषणा के बाद भी नहीं सुधरे मसूरी की सड़कों के हाल
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Published : Sep 5, 2022, 3:34 PM IST

Updated : Sep 5, 2022, 4:14 PM IST

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी की सड़कें बदहाल (Bad roads of Mussoorie) हैं. सड़कों के बदहाल होने के कारण लोगों को तमाम परेशानियों (People upset due to bad condition of roads) से जूझना पड़ रहा है. सड़कों के गड्ढे में तब्दील होने से लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय लग जा रहा है. गड्ढायुक्त सड़कें सरकार के दावे को आइना दिखा रही हैं. प्रदेश की बीजेपी सरकार ने सत्तारुढ़ होते ही गड्ढामुक्त सड़कों का नारा दिया था. इसके लिए एक साल की समय सीमा तय की गई थी. लेकिन साल दर साल बीतते गए लेकिन गड्ढायुक्त सड़कों को गड्ढामुक्त नहीं किया जा सका. कुछ सड़कों को छोड़ दिया जाए तो जिले की लगभग सारी सड़कों की हालत खराब है.

2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड की बरसी पर मसूरी पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) को मसूरी की जनता ने अवगत कराया था कि सड़कें बदहाल हैं. मसूरी एक पर्यटक स्थल है. यहां पर देश-विदेश से हजारों की तादाद में पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं. मगर सड़कों के हालात देखकर पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर पड़ रहा है. कई वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. जिसमें कई लोग घायल होते हैं. लापरवाह लोक निर्माण विभाग को इससे कुछ लेना देना नहीं है. जिस पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल मसूरी के मालरोड के साथ सभी सम्पर्क मार्गों को जल्द ठीक करने के निर्देश दिये थे. जिस पर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी प्रमुख अभियंता एजाज अहमद के नेतृत्व में मसूरी की सड़कों का निरीक्षण करने पहुंचे, मगर ये निरीक्षण केवल खानापूर्ति तक ही सीमित रहा.
पढे़ं- एकेश्वर प्रखंड में लगे सोलर प्लांट को लेकर मुखर ग्रामीण, कंपनी पर लगाए गंभीर आरोप

लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के प्रमुख अभियंता एजाज अहमद से इस बारे में सवाल किया गया तो जवाब था कि उनको पता ही नहीं है. मसूरी की सड़कों को कब तक ठीक कर दिया जाए यह भी उनको मालूम नहीं है. ऐसे में साफ है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, मसूरी में लोक निर्माण विभाग ने हाल में अतिक्रमण को हटाया, परंतु विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक बार फिर नगर पालिका प्रशासन द्वारा लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर ही अतिक्रमण कर दुकानें बना दी गई हैं.
पढे़ं- एलटी भर्ती परीक्षा पर उठे सवालों से बढ़ी शिक्षा विभाग की चिंता, हो सकती है जांच

मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा मसूरी की सड़कें बदहाल हैं. मसूरी की सड़कें गांव की सड़कों से भी बदतर हैं. माल रोड मसूरी शहर के मुख्य आकर्षण का केंद्र है, परंतु माल रोड गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. कई जगह लोक निर्माण विभाग द्वारा गड्ढों को ईंट और मलवे से भरने का काम किया गया है.

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी की सड़कें बदहाल (Bad roads of Mussoorie) हैं. सड़कों के बदहाल होने के कारण लोगों को तमाम परेशानियों (People upset due to bad condition of roads) से जूझना पड़ रहा है. सड़कों के गड्ढे में तब्दील होने से लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय लग जा रहा है. गड्ढायुक्त सड़कें सरकार के दावे को आइना दिखा रही हैं. प्रदेश की बीजेपी सरकार ने सत्तारुढ़ होते ही गड्ढामुक्त सड़कों का नारा दिया था. इसके लिए एक साल की समय सीमा तय की गई थी. लेकिन साल दर साल बीतते गए लेकिन गड्ढायुक्त सड़कों को गड्ढामुक्त नहीं किया जा सका. कुछ सड़कों को छोड़ दिया जाए तो जिले की लगभग सारी सड़कों की हालत खराब है.

2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड की बरसी पर मसूरी पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) को मसूरी की जनता ने अवगत कराया था कि सड़कें बदहाल हैं. मसूरी एक पर्यटक स्थल है. यहां पर देश-विदेश से हजारों की तादाद में पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं. मगर सड़कों के हालात देखकर पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर पड़ रहा है. कई वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. जिसमें कई लोग घायल होते हैं. लापरवाह लोक निर्माण विभाग को इससे कुछ लेना देना नहीं है. जिस पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल मसूरी के मालरोड के साथ सभी सम्पर्क मार्गों को जल्द ठीक करने के निर्देश दिये थे. जिस पर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी प्रमुख अभियंता एजाज अहमद के नेतृत्व में मसूरी की सड़कों का निरीक्षण करने पहुंचे, मगर ये निरीक्षण केवल खानापूर्ति तक ही सीमित रहा.
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लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के प्रमुख अभियंता एजाज अहमद से इस बारे में सवाल किया गया तो जवाब था कि उनको पता ही नहीं है. मसूरी की सड़कों को कब तक ठीक कर दिया जाए यह भी उनको मालूम नहीं है. ऐसे में साफ है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, मसूरी में लोक निर्माण विभाग ने हाल में अतिक्रमण को हटाया, परंतु विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक बार फिर नगर पालिका प्रशासन द्वारा लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर ही अतिक्रमण कर दुकानें बना दी गई हैं.
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मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा मसूरी की सड़कें बदहाल हैं. मसूरी की सड़कें गांव की सड़कों से भी बदतर हैं. माल रोड मसूरी शहर के मुख्य आकर्षण का केंद्र है, परंतु माल रोड गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. कई जगह लोक निर्माण विभाग द्वारा गड्ढों को ईंट और मलवे से भरने का काम किया गया है.

Last Updated : Sep 5, 2022, 4:14 PM IST
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