देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ काफी तेजी बढ़ रहा है, जिससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है. लेकिन इस बीच हुई बेमौसम बारिश ने डेंगू के लार्वा को पनपने की अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर दी है. जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है.
दरअसल, पिछले साल डेंगू ने प्रदेश में खूब कहर बरपाया था. ऐसे में विभाग के लिए कोरोना के साथ ही डेंगू ने भी चुनौतियां बढ़ा दी है. पिछले साल प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. इसका असर सबसे ज्यादा देहरादून में दिखा. पिछले साल प्रदेशभर में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा दस हजार के पार पहुंच गया था और आठ लोगों की डेंगू की वजह से मौत हो गई थी. ऐसे में आकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश मे डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
डेंगू का कहर.....
साल | मामले | मौत |
2016 | 2046 | 04 |
2017 | 849 | 00 |
2018 | 591 | 02 |
2019 | 10608 | 02 |
सीनियर फिजीशियन डॉ. पीसी पंत का कहना है, कि डेंगू बुखार एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर के काटने के लगभग 3 से 5 दिनों के बाद व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं. वहीं, साल 2019 में डेंगू ने जम कर कहर बरपाया था. दून मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन ने बताया कि कोरोना को लेकर अस्पताल पहले से तैयार है. इस दौरान अगर डेंगू से के मामले भी आते हैं, तो अस्पताल इसके लिए भी तैयार है.
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वहीं, दून मेडिकल कॉलेज पहले से कोरोना संक्रमितों के लिए काम कर रहा है. ऐसे में अस्पताल के सामने डेंगू भी एक बड़ी चुनौती होगी. हालांकि, कोरोना के मरीज अस्पताल से ठीक हो कर गए हैं. लेकिन आने वाले समय में डेंगू भी स्वास्थ्य विभाग की परीक्षाएं लेगा.