मसूरीः छावनी परिषद के सरकारी मकान पर कब्जे को खाली कराने के दौरान परिषद के उपाध्यक्ष महेश चंद्र के सर्मथकों की ओर से देश विरोध नारे लगाने के मामले में कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. मामले में हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष कुलदीप सिंह जदवान ने गृह मंत्रालय, मुख्य सचिव और अध्यक्ष छावनी परिषद समेत कई लोगों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है.
गौर हो कि बीते 23 अक्टूबर को छावनी परिषद उपाध्यक्ष महेश चंद्र के द्वारा सरकारी मकान पर किए कब्जे को खाली कराने के लिए मिलिट्री और पुलिस फोर्स कार्रवाई के लिए पहुंची थी. इस दौरान फोर्स ने छावनी परिषद के उपाध्यक्ष महेश चंद्र से सरकारी आवास पर किए गए कब्जे को खाली करने के लिए कहा, लेकिन महेश चंद्र मकान खाली न करने की जिद पर अड़े रहे. आरोप है कि इस दौरान महेश के समर्थकों ने देश विरोधी नारे लगाए थे.
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जानकारी के मुताबिक, साल 2014 में उपाध्यक्ष महेश चंद के पिता छावनी परिषद से रिटायर हुए थे. वे पहले इसी मकान में रहते थे. नियम के अनुसार 90 दिन के भीतर रिटायर कर्मचारी को सरकारी आवास खाली करना होता है, लेकिन उन्होंने मकान खाली नहीं किया. जिसे लेकर छावनी परिषद ने कई बार नोटिस भेजा. बावजूद उनके कानों में जूं नहीं रेंगी. मामला कोर्ट में पहुंचने के बाद फैसला छावनी परिषद के हक में आया. जिसके बाद छावनी परिषद ने कार्रवाई की.
इसी कड़ी में हिंदू जागरण मंच मसूरी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने देश विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने मामले को लेकर गृह मंत्रालय, मुख्य सचिव और ब्रिगेडियर नीरज गुंसाई जीसीओ, अध्यक्ष छावनी परिषद, लंढौर कैंट को पत्र लिखा है.
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उन्होंने कहा कि पुलिस ने अभी तक मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. जबकि, देश विरोधी नारे लगाने के पुख्ता सबूत होने के बाद पुलिस को आईपीसी की धारा 124ए के तहत दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था.
साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि महेश चंद्र ने एक संस्था के पते पर कई लोगों के नाम फर्जी तरीके से वोटर लिस्ट में चढ़ाए हैं. जिनकी जांच होनी चाहिए. वहीं, उन्होंने महेश चंद्र की छावनी परिषद, लंढौर केंट से सदस्यता तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने और छावनी परिषद में चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करने की मांग की है.