नई दिल्ली/देहरादून: यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एनडी तिवारी की बेटे रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है कि उसमें रोहित की मौत प्राकृतिक नहीं लग रही है. जिसके आधार पर दिल्ली पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज की है और इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. अब क्राइम ब्रांच इस पूरे मामले की जांच करेगी.
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दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया इस मामले में 5 डॉक्टरों के पैनल में रोहित शेखर के शव का पोस्टमार्टम किया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि उसकी मौत प्राकृतिक नहीं लग रही है. उसकी नाक से खून बह रहा था. पोस्टमार्टम में उसकी मौत सामान्य नहीं लग रही है. डॉक्टरों की तरफ से बताया गया है कि उसका विसरा जांच के लिए भेजा गया है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा. लेकिन उनका मानना है कि यह मौत सामान्य नहीं है.
पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं, यह मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण दिल्ली पुलिस जांच में कोई कोताही नहीं बरताना चाहती है. इसलिए मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को दिया गया है.
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इन बिंदुओं पर की जाएगी जांच
पुलिस ने हत्या की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की है. इसलिए पुलिस हत्या के एंगल पर ही इस केस की छानबीन करेगी. सबसे पहले पुलिस इस मामले में परिवार के सदस्यों से पूछताछ करेगी. क्योंकि रोहित को अस्पताल लेकर गए थे. इसके अलावा घर के नौकरों से भी पूछताछ की जाएगी. जिसने सबसे पहले रोहित शेखर को देखा था. पुलिस यह भी जानने का प्रयास करेगी कि रोहित के परिवार में किसी प्रकार का विवाद तो नहीं चल रहा था. उसकी मां उज्ज्वला शर्मा ने इस मामले में साजिश की आशंका जताई थी. इसे ध्यान में रखते हुए छानबीन की जाएगी.