देहरादून: पिछले 2 सालों में कोविड-19 महामारी की दुश्वारियां के बीच चारधाम यात्रा बाधित रही. सन 2020, 21 में चारधाम यात्रा उस शबाब पर नहीं चल पाई जो इसकी पहचान थी. लेकिन जैसे ही कोविड-19 की दुश्वारियां हटीं और पूरे जोश के साथ चारधाम यात्रा चली तो सारे रिकॉर्ड टूट गए. इस बार आखिरी 2019 में चली फुल फ्लैश यात्रा की तुलना में लाखों की संख्या में ज्यादा यात्री चारों धामों में यात्रा के दौरान दर्शन करने के लिए पहुंचे.
हवाई सेवा ने की छप्पर फाड़ कमाई: इस दौरान देखा गया कि पूरे यात्रा सीजन में सबसे बड़ी इकॉनोमी हेली सर्विस की थी. यह देखा जा रहा है कि लगातार समय की तंगी के चलते हेली सर्विस की बेहद डिमांड बढ़ रही है. अभी तक चारधाम यात्रा के लिए हेली सर्विस द्वारा केवल चारधाम यात्रा मार्ग पर मौजूद फाटा से केदारनाथ वैली में नजदीकी इलाकों से उड़ान भरी जाती थी. अब नागरिक उड्डयन विभाग प्लानिंग कर रहा है कि अगले यात्रा सीजन में देहरादून से ही केदारनाथ के लिए हेली सर्विस संचालित की जाए. इस पूरे सीजन में इसकी काफी डिमांड देखने को मिली.
चारधाम यात्रा में बढ़ी हवाई सेवा की मांग: नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इस बार के यात्रा सीजन में देखा गया है कि हेली सर्विस की बेहद डिमांड थी. उन्होंने कहा कि इस बार यह देखा गया है कि लोगों को हेली सर्विस आसानी से मिले. संभव नहीं है कि हर कोई ऊपर केदारनाथ वाले एरिया में जाकर हेली सर्विस ले. ऐसे लोगों के लिए देहरादून से ही हेली सर्विस को संचालित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक जो व्यवस्था थी उसमें केदारनाथ हेली सर्विस केवल केदार घाटी एरिया से संचालित की जाती थी.
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अगले सीजन देहरादून से सीधे केदारनाथ तक हवाई सेवा: अगर किसी को देहरादून से हेली सर्विस चाहिए तो उसे पूरा हेलीकॉप्टर बुक करना पड़ता था. जो कि चार्टर्ड व्यवस्था किया जाता है. लेकिन अब नागरिक उड्डयन विभाग सोच रहा है कि देहरादून से ही हेली सर्विस शुरू कर दी जाए. उन्होंने बताया कि अगले यात्रा सीजन से यह व्यवस्था की जाएगी कि कोई भी एक टिकट लेकर भी देहरादून से अपनी यात्रा शुरू कर सकता है. यहां से लगातार शटल ऑपरेट की जाएंगी और पूरा चार्टर बुक करने की आवश्यकता अब केवल उसी के लिए होगी जो यह सुविधा चाहता है.