देहरादून: देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बीच राजधानी देहरादून के वैज्ञानिक शब्बीर अहमद ने नए तरह की हैंडवाशिंग यूनिट तैयार की है, जिसे हाथों से नहीं बल्कि पैरों से इस्तेमाल किया जा सकता है. उनके इस प्रयोग को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से जनता के सामने रखा था. खबर प्रकाशित होने के बाद शब्बीर अहमद को मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन कर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात के लिये बुलाया गया था.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ हुई इस मुलाकात के विषय में बताते हुए वैज्ञानिक शब्बीर अहमद ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया और बताया कि आज मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर उन्होंने हैंडवाशिंग यूनिट का डेमोंसट्रेशन दिया है, जिससे मुख्यमंत्री संतुष्ट नजर आए हैं. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि अब शासन स्तर से भी उनके द्वारा तैयार की गई इस खास हैंडवॉशिंग मशीन को बढ़ावा मिल पाएगा.
शब्बीर बताते हैं कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हाथों को साफ रखना बेहद जरूरी है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति पब्लिक प्लेस में किसी नल से हाथ धोता है तो इसमें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कम समय और कम खर्च में यह खास हैंडवाशिंग यूनिट तैयार की है, जिसका इस्तेमाल हाथों के बजाय लोग पैरों से कर सकते हैं.
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आईआईटी रुड़की और डीआरडीओ से ताल्लुक रखने वाले वैज्ञानिक शब्बीर अहमद बताते हैं कि हैंड वॉश से संबंधित इस तरह के उपकरण पहले से भी मार्केट में मौजूद हैं, लेकिन उनका यह थोड़ा नया इनोवेशन है. उन्होंने कोरोना को ध्यान में रखते हुए ही इसे इजाद किया है. इस हैंड वाश यूनिट को दो व्यक्ति आराम से उठाकर कहीं भी रख सकते हैं. इसकी चौड़ाई 22 इंच, जबकि लंबाई 2 फीट है. इस यूनिट का वजन लगभग 25 किलो है. इस यूनिट की खास बात यह है कि इसे चलाने के लिए बिजली की जरूरत नहीं होती है.
बता दें, ईटीवी भारत ने गुरुवार को वैज्ञानिक शब्बीर अहमद द्वारा तैयार की गई इस खास हैंडवॉशिंग मशीन से आपको रूबरू कराया था, जिसके बाद आज हमारी इस खास रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वैज्ञानिक शब्बीर अहमद से आज मुलाकात की है.