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देहरादून का बदहाल राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स, हर तरफ कूड़े का ढेर, रात को सजती है शराबियों की महफिल - Garbage pile in Rajiv Gandhi Complex

देहरादून के डिस्पेंसरी रोड पर करोड़ों की लागत से बना राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स रखरखाव ना होने से बदहाली की गिरफ्त में जा रहा है. कॉम्प्लेक्स में हर तरफ कूड़े का ढेर लगा हुआ है. रात होते ही कॉम्प्लेक्स में शराबियों की महफिल सजती है. 24 करोड़ की लागत से बना कॉम्प्लेक्स आज बदहाल होता जा रहा है.

Rajiv Gandhi Complex
राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स
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Published : May 8, 2022, 4:36 PM IST

Updated : May 8, 2022, 7:05 PM IST

देहरादूनः राजधानी देहरादून के डिस्पेंसरी रोड स्थित राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स (Rajiv Gandhi Complex) की हालत दिन प्रति दिन खस्ता होती जा रही है. रखरखाव ना होने के कारण कॉम्प्लेक्स अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है. आलम यह है कि इस बहुउद्देशीय कॉम्प्लेक्स में जिला खाद्य आपूर्ति, तहसील, नगर विकास प्राधिकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय संचालित हो रहे हैं. इसके साथ ही विभिन्न दुकानें संचालित हो रही हैं. लेकिन इसके बावजूद यहां व्यवस्थाएं देखने को मिल रही है.

लोगों की मानें तो कॉम्प्लेक्स के बाहर अस्त-व्यस्त पार्किंग, चारों तरफ गंदगी के ढेर, कॉम्प्लेक्स के चारों तरफ पान और गुटके पीक ने कॉम्प्लेक्स पर ग्रहण लगा दिया है. कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर कूड़ा भरा पड़ा है, जिस कारण वहां से तेज दुर्गंध आती है. इससे वातावरण भी खराब हो रहा है. रात होते ही यहां शराबियों का जमावड़ा लग जाता है.

देहरादून का बदहाल राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स

यहां तक स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा को पहनाई गई फूलों की माला भी सड़ चुकी है, लेकिन उस माला को उतारने वाला कोई नहीं है. इस राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स की बदहाली से दुकानदार भी खासे परेशान हैं और सरकार से यहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं. व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील बांगा का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने कई बार देहरादून मेयर को ज्ञापन भी सौंपा है. बावजूद यहां अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है.
ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश: 6 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा, भू-माफियाओं पर कार्रवाई से कतरा रहा प्रशासन!

2013-14 में निर्माणः साल 2013-14 में इस मल्टीपरपज कॉम्प्लेक्स का निर्माण एमडीडीए द्वारा कराया गया था. लेकिन मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की भूमिका मात्र कॉम्प्लेक्स निर्माण की थी. उसके बाद यहां पर दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गई साथ ही 7 सरकारी कार्यालयों को भी ऊपरी मंजिलों में जगह दी गई. लेकिन इसके संचालन को लेकर अब तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इससे कॉम्प्लेक्स पर ना तो सफाई की बेहतर व्यवस्था है और ना ही रखरखाव को लेकर कोई कदम उठाए जा रहे हैं.

2013-14 में बना राजीव गांधी मल्टीपरपज कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन कांग्रेस की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने किया था. इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण एमडीडीए द्वारा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम से 24 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया था. विजय बहुगुणा तब कांग्रेस में हुआ करते थे. आलम ये है कि पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर बना कॉम्प्लेक्स के सुधारीकरण के लिए कांग्रेस के नेता भी आंखें मूंदे बैठे हैं. कांग्रेस नेता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर जयंती और पुण्यतिथि के दिन ही नजर आते हैं.

डीएम ने लिया संज्ञानः देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि कॉम्प्लेक्स में व्यवस्थाओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे और इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी.

देहरादूनः राजधानी देहरादून के डिस्पेंसरी रोड स्थित राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स (Rajiv Gandhi Complex) की हालत दिन प्रति दिन खस्ता होती जा रही है. रखरखाव ना होने के कारण कॉम्प्लेक्स अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है. आलम यह है कि इस बहुउद्देशीय कॉम्प्लेक्स में जिला खाद्य आपूर्ति, तहसील, नगर विकास प्राधिकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय संचालित हो रहे हैं. इसके साथ ही विभिन्न दुकानें संचालित हो रही हैं. लेकिन इसके बावजूद यहां व्यवस्थाएं देखने को मिल रही है.

लोगों की मानें तो कॉम्प्लेक्स के बाहर अस्त-व्यस्त पार्किंग, चारों तरफ गंदगी के ढेर, कॉम्प्लेक्स के चारों तरफ पान और गुटके पीक ने कॉम्प्लेक्स पर ग्रहण लगा दिया है. कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर कूड़ा भरा पड़ा है, जिस कारण वहां से तेज दुर्गंध आती है. इससे वातावरण भी खराब हो रहा है. रात होते ही यहां शराबियों का जमावड़ा लग जाता है.

देहरादून का बदहाल राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स

यहां तक स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा को पहनाई गई फूलों की माला भी सड़ चुकी है, लेकिन उस माला को उतारने वाला कोई नहीं है. इस राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स की बदहाली से दुकानदार भी खासे परेशान हैं और सरकार से यहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं. व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील बांगा का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने कई बार देहरादून मेयर को ज्ञापन भी सौंपा है. बावजूद यहां अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है.
ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश: 6 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा, भू-माफियाओं पर कार्रवाई से कतरा रहा प्रशासन!

2013-14 में निर्माणः साल 2013-14 में इस मल्टीपरपज कॉम्प्लेक्स का निर्माण एमडीडीए द्वारा कराया गया था. लेकिन मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की भूमिका मात्र कॉम्प्लेक्स निर्माण की थी. उसके बाद यहां पर दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गई साथ ही 7 सरकारी कार्यालयों को भी ऊपरी मंजिलों में जगह दी गई. लेकिन इसके संचालन को लेकर अब तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इससे कॉम्प्लेक्स पर ना तो सफाई की बेहतर व्यवस्था है और ना ही रखरखाव को लेकर कोई कदम उठाए जा रहे हैं.

2013-14 में बना राजीव गांधी मल्टीपरपज कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन कांग्रेस की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने किया था. इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण एमडीडीए द्वारा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम से 24 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया था. विजय बहुगुणा तब कांग्रेस में हुआ करते थे. आलम ये है कि पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर बना कॉम्प्लेक्स के सुधारीकरण के लिए कांग्रेस के नेता भी आंखें मूंदे बैठे हैं. कांग्रेस नेता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर जयंती और पुण्यतिथि के दिन ही नजर आते हैं.

डीएम ने लिया संज्ञानः देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि कॉम्प्लेक्स में व्यवस्थाओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे और इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : May 8, 2022, 7:05 PM IST
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