देहरादून: देहरादून में नशे के मकड़जाल को ध्वस्त करने के पुलिस ने ऑपरेशन सत्य चलाया है. अब इस ऑपरेशन को सफल बनाने की दिशा में देहरादून पुलिस जल्द मोबाइल शिकायत एप को लॉन्च करने जा रही है. इस मोबाइल एप के जरिए कोई भी व्यक्ति ड्रग्स से संबंधित किसी भी तरह की शिकायत और सुझाव दर्ज करा सकता है. इस एप पर नशे के खिलाफ सूचना देने वाले की पहचान पूर्ण रूप से गुप्त रखने की व्यवस्था भी है.
ऐसे में अब देहरादून में नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए कोई भी व्यक्ति घर बैठकर मोबाइल एप के जरिए पुलिस सीधा संवाद कर किसी शिकायत और सूचना दर्ज करा सकता है, ताकि समय रहते नशा तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके. ऑपरेशन सत्य को सफल बनाने के लिए इस मोबाइल एप में आम लोग सूचनाएं या शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
इस एप में क्या और कैसे करत सकते हैं शिकायत
- किसी भी कॉलोनी या आसपास क्षेत्र में नशेड़ी और उनके इकट्ठा होने का स्थान और समय की जानकारी.
- बच्चों को बिगाड़ने वाली गलत संगत के संबंध में जानकारी
- केमिस्ट शॉप जो नशे की गोली, इंजेक्शन या अन्य नशे से संबंधित सामग्री बेचते या खरीदते हैं.
- ड्रग्स डीलर या नशा तस्करों के संबंध में सप्लाई या उससे जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी एप में दे सकते हैं.
- नशे के खिलाफ किसी भी जगह में बिक्री या उससे जुड़ी किसी भी तरह की शिकायत ऑपरेशन सत्य के मोबाइल एप में दर्ज कराई जा सकती है.
बता दें कि देहरादून में नशे के खिलाफ ऑपरेशन सत्य अभियान 1 अक्टूबर 2020 से 27 नवंबर 2020 तक के बीच भारी संख्या में नशा तस्करों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए, बल्कि उनकी गिरफ्तारी करने के साथ ही भारी मात्रा में ड्रग्स की बरामदगी भी की गईं है.
पुलिस कार्रवाई का विवरण-
- कुल 143 मुकदमे दर्ज.
- गिरफ्तार नशा तस्करों की संख्या 151.
- 1208.49 ग्राम स्मैक की बरामदगी.
- 11.3 किलोग्राम चरस बरामद.
- 30.747 किलोग्राम गांजा बरामद.
- 3318 नशा कैप्सूल.
- 229 नशे की गोलियां.
- 6.835 ग्राम अफीम बरामद.
पब्लिक द्वारा गोपनीय तरीके से 37 सूचनाएं नशा तस्करों के खिलाफ दी गई, जिसमें सभी में प्रभावी कार्रवाई की गई है.
सैकड़ों लोगों को नशा मुक्त कर उपचार जारी
ऑपरेशन सत्य के तहत 860 नशा पीड़ित लोगों को रेस्क्यू कर उनकी काउंसलिंग कराई गई. लोगों को नशे से दूर रहने के लिए मनोचिकित्सक सहित अन्य तरीके से समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया. इतना ही नहीं इस दौरान काउंसलिंग के पश्चात 35 नशा ग्रस्त व्यक्तियों को नशा केंद्र में भर्ती करा कर उनका उपचार भी किया जा रहा है.