देहरादून: थाना प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले झाझरा के समीप टोंस नदी किनारे बीती 17 अक्टूबर को साइकिल पंचर बनाने वाले दुकानदार की हत्या का आखिरकार दून पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस हत्याकांड को अंजाम देने मामले में पुलिस ने शानू उर्फ ऋषभ नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वहीं, आरोपी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड मोबाइल और लूट की रकम भी बरामद की है.
सट्टे की रकम वसूल ना होने के चलते की गई हत्या
पुलिस के मुताबिक, साइकिल पंचर दुकानदार मृतक गंगाराम की हत्या शानू उर्फ ऋषभ ने सट्टे के रकम वसूल करने के दौरान रंजिश में की. बताया जा रहा है कि मृतक गंगाराम साइकिल पंचर के साथ-साथ सट्टे का काम करता था. हत्यारोपी ऋषभ ने ₹200 का सट्टा गंगाराम के पास लगाया और नंबर लग जाने के बाद जब 16 हजार की पेमेंट की बारी आई तो गंगाराम ने रकम देने से मना कर दिया. वहीं, इस मामले में कहासुनी के बाद गुस्से में आकर ऋषभ ने सट्टे की रकम न मिलने के चलते गंगाराम की हत्या कर दी.
हत्याकांड का खुलासा करते हुए देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि आरोपी ऋषभ झाझरा इलाके में ही ट्यूबवेल बोरिंग का काम करता है. घटना के दिन उसने ₹200 का सट्टा गंगाराम मृतक के पास लगाया जब नंबर लगने के बाद रकम गंगाराम द्वारा नहीं दी गई तो कहासुनी के बाद आरोपी ऋषभ ने लोहे की रॉड से उसकी हत्या कर मौके से फरार हो गया.
ये भी पढ़ें: सात साल बाद अपनी ही नगरी में बाबा केदार को मिलेगा मालिकाना हक, जानिए कैसे
मोबाइल सर्विसलांस से पकड़ा गया हत्यारा
एसपी सिटी श्वेता चौबे के मुताबिक, घटनास्थल में किसी प्रकार के सीसीटीवी कैमरे ना होने के चलते पूरे इलाके में लगभग 70 से अधिक लोगों से घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की गई. ऐसे में आखिरकार मोबाइल सर्विस लांस के जरिए पता चला कि घटना के वक्त इलाके में काम करने वाले ऋषभ उर्फ शानू का मोबाइल मृतक के दुकान पर गया था. इसी लीड के आधार पर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी की तलाश कर हत्याकांड का खुलासा हुआ है.
सटोरियों की तलाश में पुलिस
एसपी सिटी का कहना है कि जिस तरह से इलाके में सट्टा कारोबार से जुड़े होने की जानकारी सामने आई है. उसके मुताबिक पुलिस इस धंधे में जुड़े अन्य लोगों के बारे में जांच-पड़ताल कर उनकी तलाश की जा रही है.
आरोपी ने कबूल किया गुनाह
वहीं, हत्याकांड को अंजाम देने वाले शानू उर्फ ऋषभ ने बताया कि उसके सट्टे की रकम निकलने के बाद जब गंगाराम ने रुपए देने से मना कर दिया था. जिसके चलते पहले दोनों के बीच हाथापाई भी हुई. ऐसे में जब बात नहीं बनी तो ऋषभ ने अपनी गाड़ी से लोहे की रॉड लाकर गंगाराम के सर के पीछे वार किया. जिससे उसकी मौत हो गई.