देहरादून: यातायात पुलिस द्वारा एक मार्च से 15 मार्च तक चलाए गए 15 दिन के अभियान में प्रदेशभर में निजी वाहनों पर पट्टिका लगाकर चलने वाले 1969 गाड़ियों के चालान कर 9 लाख 41 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है. अक्सर वाहन संचालक अपने पदों का नाम लिखवा कर या फिर कोई राजनीतिक पार्टी चिन्ह लगाकर रौब दिखाते हैं. इस तरह की शिकायत लगातार यातायात पुलिस को मिल रही थी.
इन शिकायतों के चलते यातायात निदेशक के निर्देश पर 15 दिन का अभियान पूरे राज्य में चला कर ऐसे वाहन संचालकों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की गई है. वहीं नैनीताल में 458 और देहरादून में 401 लोगों के चालान काटे गए हैं. जबकि चंपावत में केवल एक ही व्यक्ति ऐसा मिला जिसने अपने वाहन पर नाम की पट्टिका लगाई हुई थी.
कहां कितना वसूला गया जुर्माना:
उत्तरकाशी में 19 वाहनों के चालान करते हुए 9500 रुपए जुर्माना वसूला गया है.
टिहरी गढ़वाल में 98 वाहनों के चालान करते हुए 49,000 रुपए जुर्माना वसूला गया है.
चमोली में 27 वाहनों के चालान करते हुए 13,500 रुपए जुर्माना वसूला गया है.
रुद्रप्रयाग में 137 वाहनों के चालान करते हुए 68,500 रुपए जुर्माना वसूला गया है.
पौड़ी गढ़वाल में 172 वाहनों के चालान करते हुए ₹85,000 का जुर्माना वसूला गया है.
देहरादून में 401 वाहनों के चालान करते हुए 186,000 रुपए का जुर्माना वसूला गया है.
हरिद्वार में 199 वाहनों के चालान करते हुए 92 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है.
नैनीताल में 458 वाहनों के चालान करते हुए 211,300 रुपए का जुर्माना वसूला गया है.
उधम सिंह नगर में 366 वाहनों के चालान करते हुए 180,500 रुपए का जुर्माना वसूला गया है.
अल्मोड़ा में 46 वाहनों का चालान करते हुए ₹23,000 का जुर्माना वसूला गया है.
चंपावत में एक वाहन का चालान करते हुए ₹500 का जुर्माना वसूला गया है.
बागेश्वर में दो वाहनों का चालान करते हुए ₹1000 का जुर्माना वसूला गया है.
अभियान चलाकर सीज किये गये वाहन: यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि यातायात पुलिस को सूचना मिली थी कि वाहन संचालकों द्वारा अपने पदों का नाम लिखकर या फिर कोई चिन्ह लगाकर नाम पट्टिका लगाकर चलते हैं. इसके खिलाफ यातायात पुलिस द्वारा अभियान चलाया गया था. अभियान चलाकर वाहनों को सीज किया है. चालानी कार्रवाई भी की गई है. साथ ही बताया कि शासन और प्रशासन में अधिकारियों को मिली कमर्शियल गाड़ियों में पीली नंबर प्लेट के बजाय सफेद नंबर प्लेट लगाने वाले वेंडरों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.
नो पार्किंग में वाहन पार्क करने पर होगी कार्रवाई: शहर में नो पार्किंग स्थलों पर गाड़ी खड़ी करने वाले वाहन संचालक खबरदार हो जाएं. अब ऐसी गाड़ियों को दिल्ली, चंडीगढ़, प्रयागराज, बेंगलुरु और मुंबई जैसे शहरों की तर्ज पर प्राइवेट क्रेन वाहनों से टोइंग कर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान की कार्रवाई की जाएगी. ट्रैफिक पुलिस ने पीपीडी मोड में शहर में 10 चिन्हित क्षेत्रों पर नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों को उठाने का ठेका प्राइवेट क्रेन एजेंसी को दिया है. पहले चरण में 10 प्राइवेट क्रेन वाहनों को PPP मोड में तीन महीने के लिए यह कार्य दिया गया है. इसके बाद कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम को देखने के बाद इस कार्रवाई को व्यापक स्तर पर बढ़ाया जाएगा. साथ ही ट्रैफिक पुलिस द्वारा चौपहिया वाहन पर जुर्माने की राशि भी बढ़ाई गई है.
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प्राइवेट क्रेन के द्वारा हटाए जाएंगे वाहन: देहरादून शहर क्षेत्र के अंर्तगत सुचारू यातायात प्रवाह को प्रभावित करने वाले ऐसे वाहन जो सड़कों पर नो पार्क किए जा रहे हैं, उन पर यातायात पुलिस द्वारा पहले से ही लगातार कार्रवाई की जा रही है. लेकिन ट्रैफिक पुलिस के पास पर्याप्त क्रेन उपलब्ध न होने के कारण शासन से प्राप्त अनुमति के आधार पर देहरादून शहर की यातायात व्यवस्था सुव्यवस्थित किये जाने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के रूप में 10 क्रेनों को अनुबन्ध के आधार पर लिया जा रहा है. क्रेन में ट्रैफिक पुलिस के कर्मी नियुक्त रहेंगे और सड़कों पर नो पार्किंग से पार्क वाहनों को उठाकर सड़कों पर कार्रवाई की जायेगी. वर्तमान समय में देहरादून पुलिस द्वारा अपनाई गई व्यवस्था में चौपहिया वाहन पर 900 रुपये जुर्माना शुल्क लिया जा रहा था. लेकिन नो पार्किंग को और सख्त करने के लिए चालान की राशि अब 1500 रुपये की गयी हे.
यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित किये जाने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर जनपद पुलिस द्वारा 06 क्रेन संचालकों (सुधीर क्रेन सर्विस, दून क्रेन सर्विस, जावेद खान क्रेन सर्विस, जग्गी क्रेन सर्विस, खान क्रेन सर्विस और सिद्धिकी एन्टरप्राइजेज) के मध्य अनुबन्ध किया गया है. 09 क्रेनों को यातायात पुलिस द्वारा देहरादून शहर के अलग -अलग क्षेत्रों में विभाजित कर टो किये गये वाहनों को सम्बन्धित थाना और चौकी में खड़ा किया जायेगा.